पश्चिम बंगाल, झारखण्ड और ओडिशा के अधिकांश हिस्सों सहित बिहार के कुछ भागों में काल बैसाखी का प्रभाव दिखाने लगा है। झारखण्ड के रांची, जमशेदपुर और धनबाद, पश्चिम बंगाल के बीरभूम, मुर्शिदाबाद, मालदा, जलपाईगुड़ी, कूच बिहार और दार्जिलिंग के अलावा बिहार के सुपौल, भागलपुर और पूर्णिया में भी पिछले 24 घंटों के दौरान गरज और आंधी तुफान के साथ बारिश देखी गयी है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार वर्तमान में उत्तरी बिहार से उत्तरी बंगाल और असम होते हुए नागालैंड तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है। इसके अलावा पूर्वी बिहार और इससे सटे झारखंड के इलाकों पर भी एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। जिसके कारण उत्तर बंगाल, सिक्किम और भूटान से सटे हुए पूर्वोत्तर राज्यों के अधिकांश हिस्सों में गरज के साथ छिटपुट बारिश गतिविधियां देखी गयी हैं।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, दक्षिण बंगाल के उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, हावड़ा, हुगली, बर्धमान, मुर्शिदाबाद और नादिया शहरों में एक-दो स्थानों पर भी बारिश की यह गतिविधियां देखी जा सकती हैं। यह मौसमी हलचलें अगले 48 घंटों तक जारी रह सकती हैं। उसके बाद 6 और 7 अप्रैल को इन गतिविधियों की तीव्रता में बढ़ोत्तरी के आसार हैं।
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इन सभी मौसमी हलचलों के बावजूद, यहाँ पर दिन के तापमान में कोई ख़ास बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। क्योंकि बारिश की घटनाओं के दिन में तापमान के उच्चतम स्तर पर पहुँचने के बाद ही शुरू होने की आशंका हैं। इन मौसमी गतिविधियों के दौरान तेज़ हवाओं के साथ बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं। दिन में तापमान बढे रहने के बावजूद शाम को मौसम सुहावना बना रहेगा।
Image Credit : End time news
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