एक गहरा निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में विकसित हुआ है। आज शाम तक इसके डिप्रेशन में गहरा जाने की संभावना है। इस सीजन में बंगाल की खाड़ी के ऊपर यह पहला डिप्रेशन होगा। यह प्रणाली पहले के कम दबाव वाले क्षेत्रों के मार्ग का अनुसरण करेगी और तेजी से आगे बढ़ने वाली होगी।
इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में उड़ीसा, छत्तीसगढ़, विदर्भ और दक्षिण मध्य प्रदेश की ओर बढ़ने की उम्मीद है। यह 14 या 15 सितंबर तक पूर्वी राजस्थान के निम्न दबाव के साथ मिल सकता है। अगले 24 घंटों के दौरान ओडिशा में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। 13 और 14 सितंबर को छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी तेज बारिश की संभावना है। 2 से 3 दिनों के दौरान गुजरात के साथ-साथ दक्षिणपूर्व और पूर्वी राजस्थान में बारिश की गतिविधियां तेज होंगी।
इन दो प्रणालियों के संयुक्त प्रभाव से, देश के पश्चिमी तट पर विशेष रूप से कोंकण और गोवा और तटीय कर्नाटक में मानसून सक्रिय हो जाएगा। अगले 2 से 3 दिनों के दौरान इन क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।
अगले 3-4 दिन मध्य भारत में मानसून सक्रिय बना रहेगा तथा उड़ीसा से गुजरात और राजस्थान तक बारिश की गतिविधियां काफी अधिक रहेगी।