युनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल आगरा के ताजमहल परिसर में बारिश और बादलों की तेज़ गर्जना के बीच बिजली गिरने की खबर है। ताजमहल के साथ-साथ सिकंदरा स्थित अकबर के मकबरे को भी कल मौसम के अचानक बदले मिजाज़ का खामियाजा भुगतना पड़ा। पिछले 3 दिनों से मध्य प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके चलते उत्तर प्रदेश के दक्षिणी जिलों में कल दोपहर के समय मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिला।
मंगलवार की दोपहर के समय आगरा में घने बादलों और तेज़ हवाओं के बीच बारिश शुरू हुई। बारिश की गतिविधियां बहुत ज़्यादा देर तक नहीं रही लेकिन बादलों की तेज़ गड़गड़ाहट के चलते ताजमहल के परिसर में एक उद्यान में और आगरा से 4 किलोमीटर दूर स्थित सिकंदरा में अकबर के मकबरे पर बिजली गिरने की घटनाएँ हुईं। आगरा में इस दौरान 8.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
ताजमहल भारतीय, फ़ारसी, इस्लामी और तुर्की वास्तुकला का अद्भुत संगम है। अपनी सुंदरता के चलते दुनियाभर में चर्चित ताजमहल पर बिजली गिरने की खबर से वास्तुकला प्रेमियों के माथे पर बल पड़ गए। मीडिया में आई खबरों के अनुसार दोपहर करीब 12 बजे आगरा में बादलों की भीषण गर्जना के बीच ताजमहल परिसर और सिकंदरा में बिजली गिरी। शुरुआती आंकलन के अनुसार ताज को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है जबकि सिकंदरा स्थित अकबर के मकबरे के मुख्य द्वार की एक मीनार से एक छोटा टुकड़ा बिजली गिरने से टूटकर गिर गया।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारियों ने अकबर के मकबरे पर बिजली गिरने की पुष्टि करते हुए बताया कि मकबरे के मुख्य द्वार की एक मीनार का छोटा सा पत्थर आकाशीय बिजली गिरने से टूटा है। लेकिन पुरातत्व के अधिकारियों ने ताजमहल परिसर में बिजली गिरने की तसदीक नहीं की है। हालांकि ताज परिसर में मौजूद पर्यटकों के अनुसार तेज़ आवाज़ के साथ यहाँ बिजली गिरी थी जिसके चलते बिजली के कुछ उपकरण बंद हो गए थे।
Image Credit: jagran.com