[Hindi] चक्रवात अशोबा जल्द ले सकता है भीषण रूप

June 10, 2015 12:54 PM | Skymet Weather Team

अपडेट 10 जून, 2015 12:40 PM (IST) चक्रवात अशोबा जल्द ले सकता है भीषण रूप

चक्रवाती तूफान ‘अशोबा’ पश्चिम-उत्तर पश्चिम की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इस समय यह 21.3°N व 62.1°E पर स्थित है। ओमान के सुर से इस समय इसकी दूरी महज़ 300 किलोमीटर रह गई है। यह भारत के तटों से दूर निकल चुका है और अनुमान है कि ओमान के उत्तरी तटों को 11 जून की शाम या रात को पार करेगा। इस चक्रवात से 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएँ चल रही हैं। तेज़ होने पर हवा की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा रही है।

उपग्रह तस्वीर में दिख रहे घने बादलों के गुबार से साफ संकेत मिल रहा है कि यह भीषण चक्रवात का रूप ले सकता है। इसके अलावा वायुमंडलीय और पर्यावरणीय परिदृश्य भी इसके भीषण रूप लेने के लिए अनुकूल हैं। उदाहरण के लिए समुद्र की सतह का तापमान 30 डिग्री पर गर्म है और इस चक्रवात के दायरे में विंड शीयर ज़्यादा तेज़ नहीं है जिससे इसके और प्रभावशाली होने में कोई बाधा नहीं है। हालांकि ओमान की खाड़ी तक यह भले ही और मजबूत होता जाएगा लेकिन ओमान के भू-भाग को छूने (Landfall) से पहले यह कमजोर हो जाएगा। ओमान के तटवर्ती भागों में चक्रवात ‘अशोबा’ के प्रभाव से पहले से ही तेज़ हवाओं के साथ भारी बारिश शुरू हो चुकी है।

अपडेट 09 जून, 2015 03:45PM (IST) अशोबा के प्रभाव से गुजरात व राजस्थान में बारिश

पूर्वी अरब सागर में स्थित चक्रवाती तूफान अशोबा के चलते गुजरात और राजस्थान में कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। स्काइमेट के अनुसार यह तूफान उत्तर और उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे निकल रहा है और इस समय गुजरात के वेरावल से 470 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है।

चक्रवात 15 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ रहा है लेकिन इसके प्रभाव से गुजरात और राजस्थान के पश्चिमी भागों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएँ चल रही हैं। दोनों राज्यों के पश्चिमी भागों में अगले 24 घंटों के दौरान कुछ जगहों पर हल्की से माध्यम बारिश होने के आसार हैं। बादल छाने, हवा चलने और बारिश होने से इन इलाकों में पारा पहले ही कुछ कम हुआ है, जो अगले 24 घंटों के दौरान भी घटेगा।

अपडेट 09 जून, 2015 02:10PM (IST) चक्रवात अशोबा भारतीय तटों से आगे निकला

अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान अशोबा भारतीय तटीय क्षेत्रों से आगे निकल चुका है। यह लगातार उत्तर और उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। इस समय यह 20°N व 65°E पर पश्चिमी मुंबई से 830 किलोमीटर जबकि गुजरात के वेरावल से 570 किलोमीटर दूर स्थित है।

इस चक्रवात में अभी भी और सशक्त होने की क्षमता है, जिससे अगले 24 घंटों के दौरान यह भीषण चक्रवात का रूप ले सकता है। ओमान और फारस की तरफ बढ़ रहा चक्रवात अशोबा ओमान के सुर से पूर्व-दक्षिण पूर्व में 640 किलोमीटर दूर जबकि मस्कट से पूर्व-दक्षिण पूर्व में 800 किलोमीटर दूर है। बीते 24 घंटों के दौरान इसने कर्नाटक, महाराष्ट्र और तटवर्ती गुजरात में अच्छी बारिश दी है।

अपडेटेड 08 जून, 2015 01:40 PM (IST)

अरब सागर के दक्षिण पूर्व में गहरे दबाव का क्षेत्र अब चक्रवाती तूफान का रूप ले चुका है। इस तूफान को अशोबा नाम दिया गया है। स्काइमेट ने इसकी क्षमता को देखते हुये कल से ही यह पूर्वानुमान लगाया था कि यह दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है। उपग्रह की ताज़ा तस्वीरों में घने बादल दिखाई दे रहे हैं।

यह चक्रवती तूफान अशोबा इस समय मुंबई से पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में लगभग 550 किलोमीटर दूर 17.7°N और 67.7°E लैटी ट्यूड और लोंगी ट्यूड पर स्थित है। चूंकि यह 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है इसलिए भारत के तटवर्ती क्षेत्रों से इसकी दूरी बढ़ती जा रही है, जिससे इसका असर भारत की धरती पर बहुत अधिक होने का डर नहीं है। हालांकि स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हमें अगले 24 घंटों तक इस पर नज़र रखनी होगी।

अपडेटेड 08 जून, 2015 12:45 PM (IST) अरब सागर में प्रभावी होता ट्रॉपिकल स्टॉर्म
अरब सागर के दक्षिण पूर्व में एक गहरा दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। स्काइमेट के अनुसार इसकी क्षमता लगातार बढ़ रही है। अगले 48 घंटों के दौरान यह और सशक्त होगा और उत्तर तथा उत्तर पश्चिम की दिशा में आगे बढ़ेगा। उपग्रह की तस्वीरों में घने बादल दिखाई दे रहे हैं। अरब सागर में इतने बड़े पैमाने पर बादलों का बनना इसके ट्रॉपिकल स्टॉर्म होने के पूरे संकेत दे रहे हैं।

यह ट्रॉपिकल स्टॉर्म इस समय मुंबई से पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में लगभग 550 किलोमीटर दूर 17.7°N और 67.7°E लैटी ट्यूड और लोंगी ट्यूड पर स्थित है। चूंकि यह उत्तर पश्चिम दिशा में 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है इसलिए भारत के तटवर्ती क्षेत्र से इसकी दूरी बढ़ती जा रही है, जिससे इसका असर भारत की धरती पर बहुत अधिक होने का डर नहीं है।

हालांकि मौसम पर काम करने वाली दुनिया भर की एजेंसियों ने इसे ट्रॉपिकल स्टॉर्म घोषित कर दिया है लेकिन भारत की सरकारी मौसम एजेंसी ने इस मौसमी हलचल को अब तक तूफान घोषित नहीं किया है। स्काइमेट के अब तक के अनुमान के मुताबिक इसमें और अशक्त होने की क्षमता है, लेकिन इससे भारत के तटीय राज्यों में फिलहाल किसी प्रकार का खतरा मड़राता दिखाई नहीं दे रहा है। इसका रूख उत्तर का है इसलिए आशंका है कि इसके प्रभाव से ओमान और फारस की खाड़ी में अच्छी बारिश हो सकती है। ज़्यादा असर ओमान के तटीय भागों में देखा जा सकता है।

 

Image Credit: ICECAP

 

 

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