मध्य प्रदेश के उत्तरी भागों और उससे सटे पूर्वी राजस्थान के भागों पर एक निम्न दवाब क्षेत्र बना हुआ है और यह सिस्टम अब ऊंचाइयों के साथ दक्षिण-पश्चिमी दिशा की ओर झुक रही है। इसके अलावा, उत्तर-पूर्वी अरब सागर के भागों पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी अब कमजोर हो गया है।
मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय उत्तरी राजस्थान से निम्न दवाब दवाब क्षेत्र, उत्तर प्रदेश, उत्तरी बिहार से होते हुए पूर्वोत्तर राज्यों से होकर गुजर रही है। कच्छ में बना ट्रफ रेखा भी अब निम्न दवाब की ओर बढ़ते हुए मॉनसून की अक्षीय रेखा के साथ मिल रही है।
पिछले 24 घंटों के दौरान, लगभग पूरे गुजरात में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश रिकॉर्ड हुई है। इस दौरान, राज्य के वलसाड में 121 मिमी की भारी बारिश दर्ज हुई है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, गुजरात के पूर्वी भागों में अगले 24 घंटों के दौरान बारिश में बढ़ोत्तरी होने के आसार हैं।
आने वाले 24 घंटों के दौरान पूर्वी गुजरात में मुख्यतः मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी से अति बारिश हो सकती है। उम्मीद यह भी है कि, आगामी बारिश से इन क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात भी देखे जा सकते हैं।
जबकि, गुजरात के पश्चिमी भागों सहित कच्छ के हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश कि संभावना है। हालांकि, पूरे गुजरात में बारिश की गतिविधियां कल यानि 15 सितंबर से कम हो जाएगी।
इसके अलावा, राज्य के वडोदरा, अहमदाबाद, सूरत, गांधीनगर, गोधरा, दाहोद, मेहसाना, पाटन, दीसा, पालनपुर और खेड़ा के हिस्सों में अगले 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश की संभावना है।
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राज्य के बाकी हिस्सों में खासकर भुज, नलिया, मंडवा और जामनगर के हिस्सों में अलग-अलग स्थानों हल्की से बहुत हल्की बारिश देखी जा सकती है।
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