राजधानी दिल्ली में फरवरी की विदाई और मार्च महीने के आगमन के साथ मौसम में भी बहुत बदलाव दिखाई देते हैं। तापमान की बात करें तो इसमें औसतन 5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो जाती है। बारिश भी जहां फरवरी में औसतन 29 मिलीमीटर होती है वहीं मार्च में इसकी आधी 15.9 मिलीमीटर होती है।
इस सीज़न में मार्च में अब तक तापमान में तेज़ी से उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। मार्च में एक-एक दिन में तापमान का अंतर 2-3 डिग्री से हो सकता है। स्काइमेट के वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ एवीएम जीपी शर्मा के अनुसार मार्च महीने का औसत तापमान 29 डिग्री है जबकि शुरुआती 12 दिनों में रिकॉर्ड किए गए तापमान का औसत 32 डिग्री है। यह आने वाले दिनों में और ऊपर जा सकता है।
[yuzo_related]
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले 4 दिनों से अधिकतम 33 डिग्री सेल्सियस से अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है। सोमवार को पारा ऊपर चढ़ते हुए 34.4 डिग्री सेल्सियस के स्तर पर पहुँच गया। इसमें अगले 2 दिनों तक वृद्धि जारी रहने की संभावना है। इससे पहले अधिकतम तापमान ने वर्ष 2008 में 37.5 डिग्री, 2010 में 39.2 डिग्री तथा 2017 में 38.8 डिग्री पर पहुँचकर रिकॉर्ड बनाया था। अब तक का सबसे अधिक तापमान 31 मार्च 1945 को 40.6 डिग्री दर्ज किया गया है।
राजधानी दिल्ली में बढ़ती गर्मी से राहत बारिश ही दिला सकती है और यह राहत अगले 48 घंटों के बाद दिखाई दे रही है। 14 मार्च को राजधानी के आसमान पर बादल दिखेंगे जिससे दिन के तापमान में गिरावट होगी। अगर मौसमी सिस्टमों की संभावित स्थिति अनुकूल बनी रहती है तो 15 मार्च को हल्की वर्षा दर्ज की जाएगी। इससे ऊपर चढ़ते पारे पर कुछ ब्रेक लगेगी और गर्मी से राहत मिलेगी।
मार्च महीने में दिल्ली में पिछले 10 वर्षों के बारिश के आंकड़े देखें तो महज़ दो बार औसत यानि 15.9 मिलीमीटर के आसपास बारिश हुई जबकि 8 बार 10 मिलीमीटर से कम वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसमें भी 2 वर्ष ऐसे रहे जब पूरे मार्च महीने में सिर्फ बूँदाबाँदी हुई। इन आंकड़ों के आधार पर कह सकते हैं कि मार्च महीने में एक ओर जहां बारिश कम हो रही है वहीं तापमान लगातार ऊपर जा रहा है।
Image credit: The Statesman
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।