देश के उत्तर मध्य भागों पर लगभग एक सप्ताह से बर्फीली हवाएं अपना असर दिखा रही हैं जिससे उत्तर भारत के अधिकांश शहरों में पारा लगातार नीचे जा रहा है। अब असर मध्य भागों में दिखाई देने लगा है। शुक्रवार, 18 दिसंबर, 2020 को राजस्थान के चूरू में तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया। इसके अलावा मैदानी इलाकों में अमृतसर, सीकर, नारनौल, पिलानी, भीलवाड़ा, नलिया, फुरसतगंज, हिसार, दतिया, करनाल, लुधियाना, बरेली, चित्तौड़गढ़ में भी भीषण सर्दी का आलम रहा।
सबसे कम तापमान वाले शहर
चुरू में -0.3 डिग्री, अमृतसर में 0.4 डिग्री, सीकर में 1 डिग्री, नारनौल में 1.5, पिलानी में 1.5, भीलवाड़ा में 2.1, नलिया में 2.5, फुरसतगंज में 3 डिग्री, हिसार में 3, दतिया में 3.1, करनाल में 3.2, लुधियाना में 3.2, बरेली में 3.4, चित्तौड़गढ़ में 3.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।
इसके अलावा रोहतक, अंबाला, गंगानगर, पटियाला, ग्वालियर, बीकानेर, बांदा, चंडीगढ़, दिल्ली-एनसीआर, मेरठ, आगरा, गाजियाबाद, अलीगढ़ समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान के अधिकांश भागों, मध्य प्रदेश के तमाम क्षेत्रों समेत गुजरात में भी भीषण सर्दी इस समय देखने को मिल रही है।
अगले दो-तीन दिन तक जारी रहेगी सर्दी की आफत
बर्फीली हवाएं उत्तर भारत के पहाड़ों से होकर अगले दो-तीन दिनों तक इसी तरह से बनी रहेंगी, जिसके कारण उत्तर भारत के कई शहरों में तापमान इसी तरह से और नीचे जाता रहेगा। चूरू, गंगानगर, सीकर, अलवर, अमृतसर, लुधियाना, करनाल, कुरुक्षेत्र समेत दिल्ली एनसीआर में भी जल्द ही पाला पड़ने की भी संभावना है।
दिल्ली में 17 दिसंबर को दिन का तापमान भी 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा जिसके चलते दिल्ली में सीजन में पहली बार कोल्ड ए कंडीशन बनी। दिल्ली के अलावा पिछले 24 घंटों में जिन शहरों में अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया गया उनमें अलीगढ़, हिसार, शाहजहांपुर, मेरठ, लुधियाना, चंडीगढ़, करनाल, अंबाला, अमृतसर, रोहतक, बरेली शामिल है। इनमें सबसे कम तापमान बरेली में दर्ज किया गया, जो कि 11.2 डिग्री सेल्सियस तहा, जिसके चलते सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है।
Image credit: TOI
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।