रविवार की शाम 4 बजे अफगानिस्तान में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान का हिदुकुश पर्वत शृंखला थी, जो काबुल से तकरीबन 282 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है। रविवार को आया यह भूकंप ताज़ाकिस्तान की सीमा के करीब धरती में लगभग 210 किलोमीटर की गहराई में था। राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत में भी भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए। राजधानी दिल्ली में रुक-रुककर झटके महसूस किए गए। दिल्ली और आसपास के शहरों में लोग अपने घरों और कार्यालयों से बाहर निकल आए।
उत्तर भारत के जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भी लोगों ने तेज़ झटके महसूस किए। भूकंप के केंद्र के करीब होने के चलते पाकिस्तानी के उत्तरी शहरों में विशेषकर इस्लामाबाद, पेशावर और लाहौर में काफी तेज़ झटकों की खबर है। भूगर्भ विज्ञान का अध्ययन करने वाली संस्थाओं का कहना है कि केंद्र से 200 किलोमीटर की परिधि वाले क्षेत्रों में तेज़ झटके महसूस किए गए हैं।
भूंकप के झटकों को देखते हुए दिल्ली में मेट्रो का परिचालन भी 10 मिनट के लिए बंद कर दिया गया था। भूकंप महसूस होते ही दिल्ली और आसपास के शहरों में दफ्तरों में काम कर रहे और घरों में छुट्टी के दिन आराम कर रहे लोग बाहर निकल आए। लोगों का कहना है कि तकरीबन 5 मिनट तक कंपन बनी रही और घरों में सब कुछ हिलता हुआ नज़र आया। उत्तर भारत तक इसके प्रभाव को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि अफगानिस्तान में जान माल का नुकसान हुआ होगा। इस बीच समाचार माध्यमों के अनुसार पाकिस्तान में एक घर गिरने से 2 लोगों की मौत हो गई है और 4 ज़ख्मी हुए हैं।
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