Updated on December 22, 2015: जम्मू कश्मीर के करीब एक सक्रिय पश्चिम विक्षोभ पहुँच चुका है। इस मौसमी सिस्टम के प्रभाव से जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय भागों में अधिकांश जगहों पर जबकि उत्तराखंड के कुछ क्षेत्रों में 22 और 23 दिसम्बर को बर्फबारी और बारिश होने की संभावना है। इन राज्यों की ऊंची पर्वतीय चोटियों पर भारी मात्रा में बर्फ पड़ सकती है। हमारा अनुमान है कि यह पश्चिमी विक्षोभ 24 दिसम्बर की सुबह से पूर्ववर्ती दिशा में आगे बढ़ जाएगा।
उत्तर भारत के पर्वतीय भागों को दिसम्बर में प्रभावित करने वाला यह दूसरा सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ है। इससे पूर्व पहले सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पर्वतीय भागों में 9 से 11 दिसम्बर के दौरान अच्छी बर्फबारी दर्ज की गई थी। स्काइमेट का अनुमान है कि तीसरा प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ इस माह की 26 तारीख को आ सकता है।
बदले मौसमी परिदृश्य से पहले से ही जम्मू कश्मीर के कई भागों में तापमान फ्रीजिंग पॉइंट पर पहुँच गया है। अगले कुछ समय तक सुबह के तापमान में हल्की वृद्धि होने की संभावना है जबकि दिन के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जाएगी। दिन में तेज़ सर्दी के चलते इन राज्यों में लोगों को मौसम असहज प्रतीत हो सकता। हालांकि 24 दिसम्बर से तीनों पर्वतीय राज्यों में सूर्य देव का दर्शन एक बार फिर से होगा लेकिन उस दौरान न्यूनतम तापमान में तेज़ी से गिरावट आएगी जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में भीषण सर्दी पड़ने की संभावना है।
Updated on December 21, 2015: जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान बर्फबारी होने की संभावना है। स्काइमेट के अनुसार एक नया पश्चिमी विक्षोभ 24 घंटों में उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों के करीब पहुँचने वाला है। यह मौसमी सिस्टम जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाला है। इन भागों में क्रिसमस पूर्व हिमपात का नज़ारा तो मिलेगा लेकिन क्रिसमस के दिन मौसम साफ हो जाएगा।
पश्चिमी विक्षोभ इस समय अफगानिस्तान और उससे सटे पाकिस्तान के ऊपर बना हुआ और तेज़ गति से पूर्वी दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसके चलते जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में 22 और 23 दिसम्बर को हल्की से मध्यम वर्षा और हिमपात होने के आसार हैं। इन राज्यों के निचले शहरों में भी हल्की वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान उत्तराखंड के पहाड़ों पर भी कहीं-कहीं वर्षा या हिमपात हो सकता है। हिमालय से सटे पंजाब के क्षेत्रों में भी एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है।
श्रीनगर में इस समय मौसम साफ है, लेकिन जैसे-जैसे पश्चिम से आने वाली यह मौसमी हलचल जम्मू-कश्मीर के करीब पहुंचेगी यहाँ का मौसम तेज़ी से करवट लेगा। मंगलवार को दिन में जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के अन्य भागों की तरह श्रीनगर में भी घने बादल छाएंगे। मंगलवार की शाम से बारिश और बर्फबारी की गतिविधियां शुरू होने की संभावना है। दोनों राज्यों के पर्वतीय भागों में 23 दिसम्बर तक वर्षा और हिमपात जारी रहने का अनुमान है।
पश्चिमी विक्षोभ के चलते दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी भागों में बारिश जैसी गतिविधियां देखने को तो नहीं मिलेंगी लेकिन इन भागों में पहले से ही हवा बदलने लगी है। इस समय मैदानी राज्यों में उत्तर पश्चिम से शुष्क और सर्द हवाओं का प्रवाह कम हो गया है। जबकि पूर्वी और दक्षिण पूर्वी आर्द्र हवाओं का प्रवाह बढ़ गया है। हवा में बदलाव का असर सोमवार को भी बढ़ते कोहरे के रूप में देखने को मिला। मंगलवार को दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी भागों में कोहरे का प्रभाव और बढ़ जाएगा।
Image Credit: newindianexpress.com