जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बीते दिनों से सामान्य मॉनसून वर्षा हो रही है। विशेष बारिश हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के दक्षिणी जिलों में रिकॉर्ड की गई है। पर्वतीय राज्यों में धर्मशाला सबसे अधिक वर्षा का केंद्र बना हुआ है। तीनों पर्वतीय राज्यों में इस मॉनसून सीज़न में अब तक रिकॉर्ड की गई बारिश के आंकड़ें देखें तो जम्मू कश्मीर में कुल 293.7 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य से 44 प्रतिशत अधिक है। इसी तरह उत्तराखंड में सामान्य से 10 प्रतिशत अधिक 535 मिलीमीटर बारिश हुई है। हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 12 फीसदी कम 284 मिलीमीटर बारिश हुई है।
उत्तर भारत के तीनों पर्वतीय राज्यों में जल्द ही मौसम का बढ़ता प्रभाव देखने को मिलेगा। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर भारत के पास पहुँच रहे एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभों का प्रभाव बना हुआ है। इस बीच राजस्थान और झारखंड पर बने निम्न दबाव के चलते मॉनसून की अक्षीय रेखा बीते कई दिनों से मध्य भारत में है। अनुमान है कि यह दोनों सिस्टम जल्द ही कमजोर होंगे जिससे मॉनसून की अक्षीय रेखा उत्तर की तरफ बढ़ेगी और तराई क्षेत्रों में पहुंचेगी।
इस मौसमी बदलाव के चलते उत्तर भारत फिर से मॉनसून वर्षा का केंद्र बनेगा। मॉनसून की अक्षीय रेखा और पश्चिमी विक्षोभ के संयुक्त प्रभाव से जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 28 जुलाई से बारिश ज़ोर पकड़ेगी। इस दौरान तीनों राज्यों में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। कुछ इलाकों में भारी वर्षा भी देखने को मिल सकती है।
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मौसमी परिदृश्य संकेत कर रहा है कि इस सप्ताह के अंत में हिमालयी राज्यों में वर्षा की गतिविधियां काफी बढ़ेंगी जिससे पर्यटन के लिए हालात प्रतिकूल हो जाएंगे। यानि पहाड़ों पर इस माह की विदाई बारिश के साथ होगी। बारिश बढ़ने की संभावना के बीच पहाड़ों पर भू-स्खलन की आशंका भी है। पर्वतीय इलाकों में कहीं-कहीं बादल फटने की घटनाएँ भी देखने को मिलती हैं। इसके चलते कुछ भागों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। साथ ही रास्ते बंद होने से आवागमन में व्यवधान होने का अनुमान है।
इस सप्ताह अगर आप पर्यटन के लिए जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की ट्रिप पर निकलने की तैयारी में हैं तो आपको सुझाव है कि आप अपना प्लान बदल लें क्योंकि मौसम इस राह में चुनौती बन सकता है। स्थानीय लोगों को भी बारिश बढ़ने की संभावना को देखते हुए सतर्क रहने की आवश्यकता है।
जम्मू कश्मीर में जम्मू, कटरा, ऊधमपुर, बनिहाल, पहलगाम, गुलमर्ग, श्रीनगर, लेह और लद्दाख, हिमाचल प्रदेश में लाहौल स्पीती, रोहतांग पास, सोलंग वैली, शिमला और धर्मशाला, उत्तराखंड में देहारादून, हरिद्वार, जिम कॉर्बेट, बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र हैं। लेकिन मौसम की संभावित हलचल को देखते हुए मन मोह लेने वाले इन स्थानों से इस सप्ताह मुंह मोड़कर रखना होगा। तीनों राज्यों के दक्षिणी भागों में बारिश का प्रभाव अधिक रहेगा।
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