स्काइमेट ने जैसा अनुमान लगाया था, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मंगलवार और बुधवार को अधिकांश स्थानों पर अच्छी बारिश और कुछ स्थानों पर बर्फबारी दर्ज की गई। इसके चलते दिन के तापमान में भारी कमी देखने को मिली जिससे इन राज्यों में दिन में भी सर्दी की वापसी हो गई है।
इस बार उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में बारिश का रुझान पूर्वी भागों की तरफ अधिक था। यही वजह है कि जम्मू कश्मीर की तुलना में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में ज़्यादा बारिश देखने को मिली। तीनों राज्यों में बुधवार की सुबह 8:30 बजे से आज सुबह के 8:30 बजे के बीच बारिश के आंकड़े नीचे दिए गए टेबल में देख सकते हैं।
इस दौरान उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी दर्ज की गई। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार गर्मी अधिक नहीं बढ़ी है इसलिए फ्रीजिंग पॉइंट अभी भी नीचे बना हुआ है। ऐसे में जब गरज वाले बादल 6-7 किलोमीटर की ऊंचाई पर बनते हैं तब ओलावृष्टि की संभावना होती है। उत्तराखंड में इसी कारण से कुछ स्थानों पर ओले देखने को मिले।
[yuzo_related]
जम्मू कश्मीर के पास बने पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में बारिश की यह गतिविधियां दर्ज की गई। पश्चिमी विक्षोभ इस समय जम्मू कश्मीर के पूर्वी भागों पर है और धीरे-धीरे पूर्वी दिशा में आगे निकल रहा है।
इसके आगे बढ़ने से जम्मू कश्मीर में बारिश की गतिविधियां कम हो गई हैं। हालांकि एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा जारी रह सकती है। वहीं हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर अगले 24 घंटों तक वर्षा के लिए मौसम अनुकूल बना रहेगा। इन दोनों राज्यों में एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बारिश और बर्फबारी का यह झोंका इस सीज़न का आखिरी मौसम हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के आने का क्रम घटता है। इसके अलावा आने वाले पश्चिमी विक्षोभ उत्तर से निकलते हैं जिससे पर्वतीय राज्यों को प्रभावित नहीं करते।
Image credit: Hindustan Times
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।