पहाड़ों के लिए दिसम्बर जहां सूखा रहा वहीं जनवरी महीने के शुरुआत से ही भारी हिमपात और बारिश देखने को मिली। हमारा अनुमान है कि जनवरी महीने में मौसम इन राज्यों पर जमकर मेहरबान रहने वाला है और कई इलाकों में छोटे-छोटे अंतराल के बाद वर्षा और बर्फबारी की गतिविधियां जारी रह सकती हैं। इससे पहले जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में दिसम्बर महीने ने सैलानियों को बर्फबारी के नज़ारे के लिए तरसाया। लेकिन नए वर्ष की शुरुआत से ही पहाड़ी राज्यों नज़ारा पूरी तरह बदल गया और कई जगहों पर व्यापक वर्षा तथा बर्फबारी दर्ज की गई।
पर्वतीय राज्यों पर बारिश और बर्फबारी का तीसरा दौर जारी है। बीते 24 घंटों के दौरान कई जगहों पर मध्यम वर्षा और बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है। रविवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान जम्मू में 25 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। धर्मशाला में 22 मिलीमीटर वर्षा हुई। मनाली में 20 मिलीमीटर, शिमला में 10 और श्रीनगर में 8 मिलीमीटर वर्षा और बर्फबारी देखने को मिली।
पिछले 24 घंटों के दौरान पर्यटन के लिए लोकप्रिय पर्वतीय स्थलों पहलगाम, गुलमर्ग, शिमला, श्रीनगर और मनाली में अच्छी बर्फबारी हुई। इस दौरान उत्तराखंड के ऊंचाई वाले स्थानों पर भी हल्की वर्षा और बर्फ पड़ने की खबर है। पहाड़ों पर भारी बर्फबारी जहां सैलानियों के लिए ख़ासा उत्साह और रोमांच का विषय है वहीं इससे इन इलाकों में रहने वालों के लिए रोज़मर्रा की ज़िंदगी दुष्कर हो जाती है।
वर्तमान मौसमी परिदृश्य के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान मौसम शांत रहने और साफ आसमान के बीच बारिश या बर्फबारी जैसी गतिविधियों से राहत बने रहने की संभावना है। उसके पश्चात पर्वतीय राज्यों में फिर से अच्छी वर्षा और बर्फबारी शुरू होने की संभावना है क्योंकि एक के बाद एक नए पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी राज्यों को प्रभावित करने वाले हैं। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार जनवरी महीने में रुक-रुक कर उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में वर्षा और बर्फबारी जैसी गतिविधियां जारी रहने की संभावना है।
Image Credit: Himachal Watcher
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