दिल्ली और आसपास के शहरों में अच्छी बारिश का दौर फिलहाल ख़त्म हो गया है। पिछले दो दिनों से राजधानी में तेज़ बारिश नहीं हो रही है। लेकिन यमुना नदी उफ़ान पर है। मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय दिल्ली के उत्तर से गुज़र रही है जिसके चलते अगले 24 घंटों के दौरान दिल्ली और आसपास के शहरों में बारिश होने के आसार बन गए हैं। बारिश का यह झोंका बहुत तेज़ नहीं होगा लेकिन इससे मौसम सुहावना हो जाएगा।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 24 घंटों के बाद मॉनसून की अक्षीय रेखा का पश्चिमी सिरा हिमालय के तराई क्षेत्रों में चला जाएगा जिसके चलते दिल्ली और इससे सटे शहरों नोएडा, गाज़ियाबाद, गुरुग्राम और फ़रीदाबाद में मौसम फिर से शुष्क हो जाएगा और बादल भी कम होंगे। यानि 24 घंटों के बाद फिर से दिन और रात के तापमान ऊपर जाएंगे और दिल्ली वालों को धूप, गर्मी और उमस का सामना करना पड़ेगा।
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दिल्ली में अब तक मॉनसून का प्रदर्शन देखें तो यह संतोषजनक रहा है। राजधानी में 1 जून से 30 जुलाई तक कुल 302.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो सामान्य से 11 प्रतिशत अधिक है। इसमें सबसे ज़्यादा बारिश जुलाई में हुई। लेकिन पिछले दो दिनों से कम हुई बारिश और अगले 24 घंटों के बाद एक सप्ताह के लंबे शुष्क मौसम के दौर के चलते फिर से आंकड़े सामान्य के आसपास पहुँच जाएंगे।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दिल्ली और इससे सटे शहरों में 8 अगस्त से फिर से मॉनसून प्रभावी होगा और बारिश शुरू होगी क्योंकि तब मॉनसून की अक्षीय रेखा दक्षिणवर्ती होते हुए दिल्ली के करीब आ जाएगी। दिल्ली में गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
इस समय दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिससे नदी क्षेत्र में रहने वालों को विस्थापित किया जा रहा है। बारिश बंद होने से इस काम में मुश्किलें कम हुई हैं। आज हल्की बारिश कुछ परेशानी का कारण बन सकती है। गौरतलब है कि हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने से दिल्ली में भी यमुना नदी का जलस्तर 206.03 मीटर तक पहुँच गया है।
मीडिया में आई खबरों के अनुसार वजीराबाद, सोनिया विहार, शास्त्री पार्क, गांधी नगर, ओखला समेत यमुना से सटे निचले इलाकों पर बाढ़ का खतरा बना हुआ है। हालांकि दिल्ली सहित हरियाणा और पंजाब में बारिश में आई कमी से यह आफ़त अब तक नहीं आई है।
Image credit: The quint
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