[Hindi] मध्य प्रदेश में बेमौसम बारिश में अब लगी ब्रेक, ठंडी हवाओं के चलते गिरेगा पारा

January 23, 2020 1:59 PM|

सर्दी के मौसम की शुरुआत के बाद से अब तक मध्य प्रदेश में चार बार बेमौसम बारिश का दौर आया। मध्य प्रदेश में आमतौर पर सर्दियों में बारिश बहुत कम होती है। इसमें भी मध्य प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में बिलकुल भी बारिश नहीं होती है क्योंकि यह इलाके सर्दियों में बनने वाले सिस्टमों की पहुंच से काफी दूर रहते हैं।

स्काईमेट के पास उपलब्ध बारिश के आंकड़ों के अनुसार 1 नवंबर से 31 दिसंबर, 2019 के बीच पश्चिम मध्य प्रदेश में सामान्य से 35% से अधिक और पूर्वी मध्य प्रदेश में 4% बारिश दर्ज की गई है।

बेमौसम बारिश का यह दौर नए साल के पहले महीने यानि जनवरी में जारी रहा। इस बार पूर्वी जिलों में पश्चिमी भागों की तुलना में अधिक बारिश दर्ज की गई। 1 जनवरी से अब तक पूर्व मध्य प्रदेश में सामान्य से 196% अधिक जबकि पश्चिमी मध्य प्रदेश में सामान्य से 153% ज़्यादा वर्षा हुई है। बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से राज्य के कुछ हिस्सों में फसलों को नुकसान पहुंचा है।

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पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है। इस अवधि में उमरिया में 17 मिमी, मांडला में 9 मिमी और नरसिंहपुर में 2 मिमी वर्षा दर्ज की गई।

स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाएँ मध्य प्रदेश तक पहुँच रही हैं जिसके चलते देश के मध्य में स्थित इस राज्य में मौसम अब बदल रहा है। ज़्यादातर जगहों पर मौसम शुष्क हो जाएगा। हालांकि अगले 24 घंटों तक छिटपुट वर्षा की संभावना बनी रहेगी।

English Version:After back to back unseasonal activities, rains to cease in Madhya Pradesh, temperatures to drop

हम उम्मीद कर हैं कि अगले 24 घंटों के दौरान पूरे मध्य प्रदेश पर उत्तर की ओर से ठंडी हवाएँ आएंगी जिससे न्यूनतम तापमान में गिरावट होगी। यानि सुबह और रात की सर्दी बढ़ जाएगी। हालांकि दिन में अच्छी धूप के कारण अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि होने की उम्मीद है।

आमतौर पर जनवरी के महीने में उत्तर भारत पर आने वाले पश्चिमी विक्षोभों के कारण बारिश की गतिविधियाँ उत्तर के पहाड़ों और पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान, बिहार और पश्चिम बंगाल तक देखने को मिलती हैं। कभी-कभी उत्तरी मध्य प्रदेश तक भी पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बारिश हो जाती है। लेकिन दक्षिणी राजस्थान, दक्षिणी गुजरात, दक्षिणी मध्य प्रदेश और दक्षिणी महाराष्ट्र में इसका असर नहीं दिखता है।

Image credit: Bazaardnbazaar

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