बीते 2-3 दिनों से मध्य प्रदेश मॉनसून का केंद्र बिन्दु बना हुआ है। ओड़ीशा पर विकसित हुआ निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ते हुए मध्य प्रदेश पर पहुंचा। इसके अलावा मॉनसून की अक्षीय रेखा भी हिमालय के तराई क्षेत्रों से दक्षिणी दिशा में आगे बढ़ते हुए मध्य प्रदेश पर पहुंची थी जिसके चलते राज्य के मौसम ने करवट ली है। पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भागों में बीते दिनों से विशेष बारिश नहीं हो रही है जबकि दक्षिण और दक्षिण-पश्चिमी भागों में अच्छी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय बाड़मेर, अकोला, ब्रह्मपुरी औरकलिंगापत्तनम से होते हुए बंगाल की खाड़ी में पहुँच रही है। इसके अलावा मध्य महाराष्ट्र पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र मध्य प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों पर पहुँच गया है। इन सिस्टमों के प्रभाव से मध्य प्रदेश के पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों में अगले 24 घंटों के दौरान मॉनसून सक्रिय रहने के आसार हैं।
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इंदौर, उज्जैन, खंडवा, खरगौन और रतलाम में इस दौरान कई जगहों पर हल्की से मध्यम बौछारों के साथ कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। राज्य के बाकी हिस्सों की बात करें तो अगले 24 घंटों के बाद बारिश कुछ बढ़ेगी। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 24 घंटों के पश्चात भोपाल, जबलपुर, इटारसी, सागर, सतना, दमोह, खजुराहो, रीवा, छतरपुर में कुछ स्थानों पर हल्की तो कहीं-कहीं मध्यम मॉनसून वर्षा संभावित है।
बारिश का क्रम राज्य में पूरे सप्ताह इसी तरह जारी रहेगा। हालांकि 27 और 28 अगस्त को राज्य के कुछ इलाकों में फिर से अच्छी बारिश दर्ज की जा सकती है। पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के खंडवा में 30, खरगौन में 21 और धार में 18 मिलीमीटर वर्षा हुई। जबलपुर में 7 और रतलाम में 6 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। राजधानी भोपाल में बूँदाबाँदी देखने को मिली। बिहार पर गरज और वर्षा वाले स्थानों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए चित्र पर क्लिक करें।
मध्य प्रदेश में इस मॉनसून सीज़न में हुई अब तक की बारिश पर नज़र डालें तो पूर्वी भागों में सामान्य से 24 प्रतिशत कम 566 मिलीमीटर और पश्चिमी मध्य प्रदेश में सामान्य से 21 प्रतिशत कम 480 मिलीमीटर बारिश हुई है। यानि राज्य के अधिकतर इलाकों में बारिश की कमी है। अनुमान है कि इस महीने राज्य पर मॉनसून संतुलित रूप से मेहरबान रहेगा जिससे पानी की कमी पूरी होगी और किसानों को भी राहत मिलेगी।
Image credit: TravelTrilogy.com
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