इस समय देश भर के अधिकांश हिस्सों विशेषकर मध्य और पश्चिमी भागों में मॉनसून कमजोर स्थिति में पहुँच रहा है। लेकिन पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में मॉनसून सक्रिय है। इस समय पश्चिम बंगाल सहित पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में तेज़ बारिश हो रही है जिससे कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। आने वाले दिनों में भी हालात कुछ ऐसे ही रहने वाले हैं।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार मॉनसून की अक्षीय रेखा पूरब से पश्चिम तक हिमालय के तराई क्षेत्रों में चली गई है। इसके अलावा पश्चिमी बंगाल के उत्तरी भागों से ओड़ीशा तक एक ट्रफ बन गई है। इन दोनों मौसमी सिस्टमों के कारण बंगाल की खाड़ी से लगातार आर्द्र हवाएँ पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत तक पहुँचती रहेंगी जिससे इन भागों में अगले 3-4 दिनों तक बारिश बनी रहेगी।
पूर्वी भारत में अब तक लगभग सामान्य के आसपास बारिश हुई है। जबकि पूर्वोत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में सामान्य से काफी कम बारिश हुई हैं। कह सकते हैं कि पूर्वोत्तर भारत में मॉनसून कमजोर रहा। हालांकि इसके बावजूद 1 जून से 10 सितंबर के बीच प्रत्येक पूर्वोत्तर राज्य में बारिश एक हज़ार मिलीमीटर से अधिक रिकॉर्ड की जा चुकी है।
इस बीच मॉनसून अगले तीन-चार दिनों तक असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड सहित पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में सक्रिय रहेगा और कई जगहों पर मध्यम से भारी बारिश देखने को मिलेगी। लगातार बारिश के कारण असम, मेघालय और नागालैंड में कुछ जगहों पर बाढ़ की स्थिति गंभीर हो सकती है। गरज और वर्षा वाले बादलों की ताज़ा स्थिति जानने के लिए नीचे दिए गए मैप पर क्लिक करें।
इसी तरह सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में भी अगले कुछ दिनों के दौरान मध्यम से भारी बारिश की उम्मीद है। इन भागों में पहले से ही तेज़ बारिश हो रही है और लोगों को बाढ़ के अलावा जलभराव जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। पश्चिम बंगाल में अब तक इस मॉनसून सीज़न में कुल 962 मिलीमीटर बारिश हुई है जो सामान्य से 19 फीसदी कम है। अनुमान है कि बारिश के इस दौर से आंकड़े सामान्य के आसपास पहुँच सकते हैं।
बिहार में सामान्य से 18 फीसदी कम, झारखंड में सामान्य से 20 प्रतिशत कम और पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामान्य से मात्र 2 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। आने वाले दिनों में इन राज्यों में भी अच्छी बारिश जारी रहेगी। खासकर उत्तरी बिहार और उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में भारी वर्षा हो सकती है। ओड़ीशा में भी अधिकांश स्थानों पर इस दौरान वर्षा की गतिविधियां जारी रहने की उम्मीद है।
Image credit: Times Now
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