स्काइमेट ने जैसा अनुमान व्यक्त किया था, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने आखिरकार दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खड़ी, समूचे दक्षिणी अंडमान सागर, निकोबार द्वीपसमूह और उत्तरी अंडमान सागर के कुछ भागों में 18 मई को दस्तक दे दी।
मॉनसून की उत्तरी सीमा इस समय लैटिट्यूड 5°N तथा लोंगीट्यूड 86°E, लैटिट्यूड 8°N तथा लोंगीट्यूड 87°E, हट बे और लैटिट्यूड 12°N तथा लोंगीट्यूड 99°E से गुजर रही है। श्रीलंका, बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भागों, अंडमान द्वीप समूह और उत्तरी अंडमान सागर के शेष हिस्सों में अगले 3-4 दिनों के दौरान दक्षिण पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए मौसमी परिदृश्य अनुकूल बना हुआ है।
मॉनसून के आगमन में बंगाल की खाड़ी में बने डीप डिप्रेशन की अहम भूमिका मानी जा रही है। संभावना है कि यह सिस्टम अगले 24 घंटों में चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है। हालांकि समय पर मॉनसून के आने और बाद में इसके प्रदर्शन तथा बाकी भागों में इसकी प्रगति के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है।
स्काइमेट का अनुमान है कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून केरल में समय पर दस्तक देगा। साथ ही स्काइमेट ने मॉनसून 2016 में सामान्य से अधिक (दीर्घावधि औसत का) 105 प्रतिशत बारिश का का अनुमान लगाया है। इस अनुमान के अनुसार जून से सितंबर के बीच 4 माह लंबी मॉनसून अवधि में 889 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा सकती है।