[Hindi] दक्षिण पश्चिम मॉनसून में सुधार, देश के कई भागों में हुई बारिश

September 22, 2015 5:00 PM|

Rainअपने वापसी के दौर में मॉनसून ने बीते एक सप्ताह में देश के अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश दी है। पिछले सप्ताह मेंओड़ीशा,महाराष्ट्र,केरल,गुजरातऔरराजस्थानमें घने बादलों के बीच अच्छी मॉनसूनी बारिश दर्ज की गई जिससे लंबे समय से चल रहे गर्म और शुष्क मौसम से राहत मिलने के साथ-साथ इन भागों में पानी की कमी का संकट भी कम हुआ है।

इस दौरान बारिश की शुरूआत मध्य और प्रायद्वीपीय भारत से हुई और धीरे-धीरे मॉनसूनी बौछारों ने उत्तर भारत को भी भिगोया। इन भागों में 3-4 दिनों तक बारिश का दौर जारी रहा जिससे मध्य भारत से लेकर उत्तरी राज्यों तक मौसम सुहावना हो गया है। उत्तर भारत में अगले 24-48 घंटों तक मॉनसूनी बौछारों का दौर जारी रहने की संभावना है, उसके बाद यहाँ बारिश कम हो जाएगी। हालांकि देश के पूर्वोत्तर भागों में दक्षिण पश्चिम मॉनसून कुछ और दिनों तक जारी रह सकता है।

बारिश का यह बहुप्रतीक्षित दौर बंगाल की खाड़ी में बने मौसमी सिस्टमों की देन था। पहला सिस्टम बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव के रूप में उठा और इसने शुरुआत में उत्तरी तटीयआंध्र प्रदेश, ओड़ीशा औरछत्तीसगढ़को भिगोया। पश्चिम दिशा में बढ़ते हुये यह मध्य भारत के भागों पर 17 सितंबर को पहुंचा जहां यह और प्रभावी होकर डिप्रेशन बन गया। मध्य भारत के ऊपर डिप्रेशन बनने के बाद विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में भारी मॉनसूनी बारिश दर्ज की गई। गुजरात के ऊपर पहुँचने के बाद इसका रूख उत्तर-पूर्वी हुआ जिससे लंबे इंतज़ार के बाद राजस्थान,दिल्ली,हरियाणाऔरपंजाबमें भी बारिश हुई।

बाद में बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हुआ जिसके प्रभाव से बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश देखने को मिली।

मॉनसून में आए इस सकारात्मक बदलाव से हुई बारिश ने दलहन और धान की फसल को व्यापक रूप से लाभ पहुंचाया, जो लंबे समय से शुष्क मौसम के चलते खराब हो रही थीं। सितंबर माह शुरुआत से मध्य तक मॉनसून के प्रदर्शन के लिहाज़ से किसानों के लिए अच्छा नहीं रहा।

बारिश में कमी के आंकड़ों में सुधार

बीते कुछ दिनों के बारिश के दौर से बारिश में कमी के आंकड़ों में व्यापक सुधार आया है। मध्य भारत में इससे पहले औसत से 20% कम बारिश हुई थी जहां अब बारिश में कमी का आंकड़ा 13% पर आ गया है। सौराष्ट्र और कच्छ में औसत से 5% कम बारिश थी जहां बीते कुछ दिनों की भारी बौछारों के चलते सामान्य से 7% अधिक बारिश हो चुकी है। दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में भी बारिश में कमी के आंकड़ों में अच्छा सुधार देखने को मिला है।

Image Credit: Madhyamam

 

 

Similar Articles

thumbnail image
आज सूर्य करेगा भूमध्य रेखा पार, बसंत ऋतु की शुरुआत, दिन-रात की अवधि लगभग बराबर

आज, 20 मार्च 2025, बसंत विषुव (Spring Equinox 2025) का दिन है। सूर्य भूमध्य रेखा को पार करेगा, दिन बड़े और गर्म होंगे। उत्तर गोलार्ध में बसंत ऋतु की शुरुआत होगी, दक्षिण गोलार्ध में शरद ऋतु का आगमन होगा। वहीं, सितंबर में यह खगोलीय घटना फिर से होगी।

posted on:
thumbnail image
गर्मी का दायरा बढ़ा! ओडिशा, महाराष्ट्र, तेलंगाना और रायलसीमा में 40°C के पार तापमान, राहत की उम्मीद

देश में समय से पहले गर्मी असर बढ़ रहा है। ओडिशा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश में अभी तापमान से 40°C से ऊपर पहुंच गया है, जिस कारण इन राज्यों में भीषण गर्मी हो रही है। फरवरी 2025, पिछले 125 वर्षों में सबसे गर्म महीना रहा है। कई जगहों पर सामान्य से 6.4°C तक ज्यादा तापमान रिकॉर्ड हुआ है।

posted on:
thumbnail image
दिल्ली में बढ़ेगी गर्मी! शुष्क और तपता रहेगा वीकेंड, बारिश की संभावना हुई कम

दिल्ली में गर्मी बढ़ रही है, पिछले 3 दिनों में तापमान 4°C बढ़ा है। आज अधिकतम 34-35°C, न्यूनतम 17°C तक रह सकता है। मार्च अब तक लगभग शुष्क बना हुआ है, सिर्फ 2mm बारिश दर्ज हुई है। 26-28 मार्च को तापमान 40°C के करीब पहुंचने की संभावना है। वहीं,पश्चिमी विक्षोभ से मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना नहीं है।

posted on:
thumbnail image
[Hindi] सम्पूर्ण भारत का मार्च 21, 2025 का मौसम पूर्वानुमान

अगले 24 घंटे के दौरान, पश्चिम बंगाल, झारखंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और उत्तर छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बिजली चमकने तथा तेज हवाओं की संभावना है।

posted on: