बिहार में हर साल जब मॉनसून आता है तो कुछ इलाकों में बाढ़ की विभीषिका साथ लाता है तो कुछ जिलों में अकाल की स्थिति बनी रहती है। इस साल बिहार में सामान्य समय से पहले मॉनसून ने दस्तक दी थी। इस सीजन में मॉनसून बिहार पर मेहरबान है। यह पिछले एक दशक में दुर्लभ बदलाव है जब जून के महीने में यानि मॉनसून के आगमन के साथ बिहार में सामान्य से काफी अधिक बारिश देखने को मिल रही है।
बिहार में 1 से 22 जून के बीच सामान्य से 70% अधिक बारिश दर्ज की गई है। बिहार पूर्वी भारत के अन्य राज्यों यानि झारखंड और पश्चिम बंगाल से अधिक बारिश वाला राज्य रहा है। कटिहार को छोड़कर सभी 38 जिलों में जून के पहले तीन हफ्तों में अत्यधिक बारिश हुई है। राज्य में 01 जून से 22 जून के बीच 99.3 मिमी सामान्य बारिश के मुकाबले 169.2 मिमी बारिश हुई है।
बिहार में जून के महीने में इससे पहले अच्छी बारिश 2013 में हुई थी। तब से राज्य में साल दर साल बारिश में जून महीने में बड़ी कमी देखने को मिली। देश के प्रमुख धान (चावल) उत्पादक राज्यों में बुवाई के दौरान बारिश में कमी का असर न सिर्फ बुआई पर पड़ता है बल्कि इससे पूरे सीजन के लिए फसलों को लेकर चुनौती बनी रहती है। यहां तक कि 2019 को छोड़कर पिछले एक दशक में पूरा मॉनसून सीजन (जून-सितंबर) बिहार के लिए अच्छा नहीं रहा है।
English Version: Bihar most surplus monsoon state, heavy rains this week
साल 2020 में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने बिहार में समय से पहले ही दस्तक दे दी और उन क्षेत्रों में विशेष रूप से अच्छा प्रदर्शन देखने को मिला जिन्हें मॉनसून वर्षा की सबसे अधिक जरूरत है। यानि जो क्षेत्र पानी की कमी का संकट झेल रहे थे वहाँ अच्छी बारिश हुई। अच्छी बारिश अभी खत्म नहीं हुई है। इस सप्ताह भी राज्य में भारी बारिश होने का अनुमान है।
उत्तरी छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। यह सिस्टम धीरे-धीरे उत्तर-पूर्व में आगे बढ़ेगा और बिहार तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश तराई क्षेत्रों के करीब पहुंचेगा। मॉनसून ट्रफ भी 24 से 27 जून के बीच तराई क्षेत्रों में रहने वाली है, जिसके परिणामस्वरूप बिहार में मूसलाधार वर्षा होने की संभावना है। निचले इलाकों और नदी के आसपास वाले क्षेत्रों में बाढ़ का ख़तरा भी बना रहता है। बिहार के उत्तरी भागों में यह परिस्थितियाँ प्रायः देखने को भी मिलती हैं।
जून में अब तक जिस तरह की बारिश बिहार में देखने को मिली है इससे संभवतः राज्य के अधिकांश हिस्सों में जून रिकॉर्ड वर्षा देकर विदा होगा। खासकर बिहार के तराई क्षेत्रों में। पश्चिम और पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, पूर्णिया, भागलपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर और कटिहार के लिए आने वाले दिन चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। मौसम से जुड़े मॉडल संकेत कर रहे हैं कि इस सप्ताह के अलावा बिहार में अगले हफ्ते भी अच्छी बारिश होती रहेगी।
Image Credit: Jagran.com
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।