Published on May 20, 2020 at 11:50 AM मॉनसून 2020: केरल में 28 मई को मॉनसून आने की संभावना, अंडमान व निकोबार तथा बंगाल की खाड़ी में दिखी प्रगति
भारत के मुख्य भू-भाग पर दस्तक देने से पहले अंडमान व निकोबार, अंडमान सागर तथा दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर आता है मॉनसून। हालांकि भारत में मॉनसून के आगमन की आधिकारिक घोषणा केरल में दस्तक देने के साथ ही की जाती है। केरल में मॉनसून के आगाज के साथ ही देश के बाकी हिस्सों में पर भी इसका इंतज़ार शुरू हो जाता है।
केरल में मॉनसून के आगमन की सामान्य समय सीमा 1 जून है। इस साल भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने भारत के विभिन्न राज्यों और शहरों में मॉनसून के आगमन का समय संशोधित किया है। हालांकि केरल में आगमन के समय में कुछ भी बलाव नहीं किया है।
इस बीच बंगाल की खाड़ी में उम्मीद के अनुसार 17 मई को आने के बाद मॉनसून अनुकूल स्थिति में आगे बढ़ रहा है। सुपर साइक्लोन अंपन के उत्तरी दिशा में बढ़ने के साथ खाड़ी में स्थितियाँ मॉनसून के अनुकूल हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान इसमें कुछ और प्रगति दिखी है तथा यह अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह के कुछ और हिस्सों में पहुँच गया।
Published on May 17, 2020 at 02:00 PM मॉनसून 2020 ने अंडमान व निकोबार में दी दस्तक, केरल में भी समय से पहले 28 मई को हो सकता है आगमन
स्काइमेट ने जैसा अनुमान लगाया था मॉनसून-2020 का बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी भागों और इससे सटे अंडमान सागर तथा अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह पर मॉनसून का आगमन 17 मई को हो गया। मॉनसून की नॉर्दन लिमिट यानी उत्तरी सीमा एक तरफ 5 डिग्री उत्तरी अक्षांश तथा 85 डिग्री पूर्वी देशांतर से तो दूसरी ओर 11 डिग्री उत्तरी अक्षांश तथा 95 डिग्री पूर्वी देशांतर से होकर गुजर रही है।
देश भर के मौसम का हाल जानने के लिए देखें वीडियो
इस बीच बंगाल की खाड़ी पर बना चक्रवाती तूफान आगे बढ़ते हुए भीषण चक्रवात बन गया है। यह जल्द ही अति भीषण चक्रवात का रूप ले लगा। साथ ही तूफान के आगे बढ़ने के साथ-साथ मॉनसून के भी और आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल दिखाई दे रही हैं।
स्काइमेट का आकलन है कि अगले 24 से 48 घंटों के बीच दक्षिण-पश्चिम मॉनसून बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी भागों से थोड़ा और आगे बढ़ेगा और दक्षिण मध्य भागों तक पहुंचेगा। अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह के बाकी बचे क्षेत्रों को भी पार कर जाएगा। इसी दौरान अंडमान सागर में भी और आगे निकल जाएगा।
अंडमान में आ गया मॉनसून
आपको बता दें कि इसके पहले स्काइमेट ने अनुमान जारी किया था कि मॉनसून 2020 का आगमन समय से पहले होने वाला है। स्काइमेट के अनुसार केरल में 1 जून के बजाय 28 मई को इस बार मॉनसून का आगमन हो सकता है। इसी तरह बंगाल की खाड़ी, अंडमान व निकोबार तथा अंडमान सागर पर 16-17 मई को मॉनसून के आगमन का अनुमान लगाया था।
अनुमान सही साबित हुआ है। साल 2020 के मॉनसून ने 17 मई को अंडमान सागर, और बंगाल की खाड़ी के साथ साथ अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह पर मॉनसून ने दस्तक दे दी है। इन क्षेत्रों पर मॉनसून के आगमन की सामान्य तारीख पहले 20 मई थी, जिसे इसी वर्ष भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने संशोधित कर दो दिन आगे 22 मई कर दिया है। यानि कि मॉनसून सामान्य समय से तकरीबन 5 दिन पहले अंडमान व निकोबार पहुंचा है।
केरल में 28 मई को होगा मॉनसून आगमन
इसी तरह से आने वाले समय में श्रीलंका को पार करते हुए केरल के दक्षिणी भागों पर भी मॉनसून का आगमन 1 जून की बजाय 3 दिन पहले 28 मई को हो सकता है। मॉनसून के आगमन के साथ ही अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के तमाम हिस्सों में जिस तरह से बारिश देखने को मिल रही थी कुछ उसी तरह का नजारा रहेगा हालांकि चक्रवाती तूफान के आगे बढ़ने से अब तेज हवा का प्रभाव कम हो जाएगा।
Image Credit: The Hindu
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।