उत्तर प्रदेश में साल 2020 का मॉनसून सामान्य से लगभग 1 सप्ताह पहले पहुंचा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के भागों में वाराणसी, मिर्जापुर, गोरखपुर और बलिया को पार करते हुए मॉनसून की उत्तरी सीमा फतेहपुर और बहराइच तक पहुंच गई है। राज्य के पूर्वी हिस्सों में मॉनसून के आगमन से पहले ही मौसम बदलने लगा था और कुछ इलाकों में बारिश की गतिविधियां शुरू हो गई थीं। मॉनसून आने के बाद 15-16 जून से गोरखपुर, बलिया, बहराइच, प्रयागराज सहित कई जिलों में व्यापक वर्षा देखने को मिल रही है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में मॉनसून सक्रिय
16 जून की सुबह 8:30 बजे से 17 जून की सुबह 8:30 बजे के बीच बीते 24 घंटों के दौरान इलाहाबाद में 55 मिलीमीटर की मूसलाधार वर्षा रिकॉर्ड की गई। इस दौरान गोरखपुर और सुल्तानपुर में लगभग 10 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। मिर्जापुर, भदोही, गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बस्ती, अंबेडकर नगर, अयोध्या, गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, अमेठी, प्रतापगढ़, कौशांबी, चित्रकूट, बांदा और फतेहपुर समेत सभी पूर्वी जिलों में बारिश शुरू हो गई है।
कानपुर, झांसी, बांदा समेत उत्तर प्रदेश के मध्य भागों में बारिश की गतिविधियां बहुत ज्यादा नहीं हुई हैं और ना ही आगे होंगी। हालांकि गोरखपुर में आज सुबह से ही मूसलाधार वर्षा हो रही है। वाराणसी, प्रयागराज में भी बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। जौनपुर में भी वर्षा के आसार हैं। इन सभी क्षेत्रों में मॉनसून पहुंच चुका है। इस वजह से बारिश बढ़ी है।
पश्चिमी भागों में मॉनसून का करना होगा इंतजार
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के बाकी हिस्सों में मॉनसून के आगमन के लिए अभी कुछ इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि जो मौसमी सिस्टम ओडिशा और छत्तीसगढ़ होते हुए पश्चिम बंगाल की तरफ जा रहा है। इसके चलते मॉनसून में प्रगति नहीं होगी। अनुमान है कि यही एक बार फिर से सक्रिय होने के बाद बंगाल की खाड़ी से वापस लौट आएगा तब मॉनसून आगे बढ़ेगा।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश की गतिविधियां अगले 24 से 48 घंटे तक बनी रहेंगी लेकिन बारिश की तीव्रता 24 घंटे के बाद काफी कम हो जाएगी। 19 जून से पूरे राज्य में वर्षा का दायरा बढ़ेगा और पूर्व के अलावा मध्य तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी 19-20 जून से बारिश देखने को मिलेगी। 21 और 22 जून को समूचे राज्य में अच्छी वर्षा होने की संभावना है।
Image credit: Amar Ujala
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