मौसम पूर्वानुमान जारी करने वाली भारत की प्रमुख निजी कंपनी स्काइमेट के बाद अब भारत मौसम विज्ञान विभाग ने भी क्षेत्रीय और महीने के अनुसार मॉनसून 2019 का पूर्वानुमान जारी किया है। पूरे मॉनसून सीजन (जून-सितंबर) के लिए स्काइमेट ने इस बार एलपीए का 93 प्रतिशत (+/- 5 प्रतिशत) बारिश का अनुमान जारी किया है। जो कि सामान्य से कम है। आमतौर पर मॉनसून में सामान्य बारिश एलपीए का 96 प्रतिशत (+/- 4 प्रतिशत ) होता है।
दोनों एजेंसियों द्वारा जारी मॉनसून 2019 (जून-सितम्बर) के पूर्वानुमान में अंतर है। हालांकि, स्काइमेट और भारत मौसम विज्ञान विभाग दोनों मौसम एजेंसियों ने ही मॉनसून 2019 में अल-नीनो के प्रभाव पर सहमति जताई है। दोनों का मानना है कि मॉनसून 2019 के दौरान अल-नीनो हावी हो सकती है।
मौसम विभाग का मानना है कि, मॉनसून वर्षा के दो महीने बीतने के बाद अल-नीनो सामान्य हो जाएगा। जबकि, स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि कमजोर अल-नीनो भी मॉनसून को उतना ही प्रभवित कर सकता है जितना कि मध्यम या मजबूत अल-नीनो का असर होगा।
इस समय के पूर्वानुमान स्थिति के अनुसार, मध्य भारत का इलाका ज्यादा खतरे में है। क्यूंकि, स्काइमेट ने अपने द्वारा जारी पूर्वानुमान में बताया है कि इस सीजन में मध्य भारत में 91 प्रतिशत बारिश होगी जबकि भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 100 प्रतिशत पूर्वानुमान जारी किया है।
स्काइमेट और भारत मौसम विभाग के मॉनसून 2019 पूर्वानुमान में अंतर :-
अलग-अलग महीने के लिए मॉनसून 2019 का पूर्वानुमान:
अलग-अलग क्षेत्र के लिए मॉनसून 2019 का पूर्वानुमान:
Image Credit:Quartz
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