[Hindi] मॉनसून, इस सप्ताह के आखिर में फिर होगा सक्रिय; बंगाल की खाड़ी में विकसित होगा मौसमी सिस्टम

June 20, 2018 10:39 AM | Skymet Weather Team

मॉनसून 2018 की रफ़्तार मंद पड़ गई है। इस समय महज़ पश्चिमी तटों पर या फिर पूर्वोत्तर राज्यों में मॉनसून वर्षा हो रही है। मंगलुरु, कोचीन, वेंगुर्ला और रत्नागिरी सहित पश्चिमी तटों पर मूसलाधार वर्षा देखने को मिली है। पूर्वोत्तर राज्यों में बीते कुछ दिनों में बारिश इतनी अधिक हुई है कि असम, त्रिपुरा और मिज़ोरम में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। दूसरी ओर पूर्वी, मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत में लोग मॉनसून की राह तक रहे हैं। दूसरी ओर पश्चिमी तटों पर बारिश जारी रहेगी जबकि पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश कम हुई है।

पिछले 10 दिनों से मॉनसूनी हवाओं के कमजोर पड़ने से गुजरात, राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड सहित देश के पूर्वी, मध्य और उत्तरी भागों में सूखे जैसे हालात बन गए हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले 4-5 दिनों तक मॉनसून की स्थिति में सुधार की संभावना दिखाई नहीं दे रही है। मॉनसून तभी फिर से सक्रिय होगा जब कोई मौसमी सिस्टम विकसित हो, जबकि वर्तमान मौसमी परिदृश्य के अनुसार अगले दो-तीन दिनों तक बंगाल की खाड़ी में कोई मौसमी सिस्टम विकसित नहीं हो रहा।

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स्काइमेट का आंकलन है कि 22 जून के बाद बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भागों में एक चक्रवाती सिस्टम विकसित होगा और धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिमी दिशा में जाएगा जो बाद में निम्न दबाव भी बन सकता है। मौसम विशेषज्ञों का आंकलन है कि यही सिस्टम मॉनसून को फिर से सक्रिय करेगा जिससे 24-25 जून से मॉनसून आगे बढ़ेगा और देश के बाकी भागों में भी लोग राहत की सांस लेंगे।

संभावित सिस्टम बहुत प्रभावी नहीं होगा। हालांकि इसके चलते 23-24 जून से तटीय ओड़ीशा, गगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश सहित देश के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियां बढ़ जाएंगी। इससे पहले मॉनसून के इंतज़ार में देश के अधिकतर भागों में मौसम शुष्क और गर्म बना रहेगा।

Image credit: The Indian Express

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