[Hindi] 40 दिन के अंतराल के बाद एक बार फिर पहाड़ों पर बर्फबारी तथा मैदानों में वर्षा संभव

November 28, 2021 4:15 PM | Skymet Weather Team

24 अक्टूबर के आसपास एक सशक्त पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्रों पर आया था जिसके प्रभाव से जम्मू कश्मीर गिलगित बालटिस्तान मुजफ्फराबाद लद्दाख हिमाचल प्रदेश सहित उत्तराखंड के कई भागों में हिमपात देखा गया था।

उस पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत में भी वर्षा की गतिविधियां दर्ज की गई थी। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश हुई थी। उसके बाद से कोई भी सशक्त पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्रों पर नहीं आया तथा मौसम लगभग शुष्क बना रहा।

नवंबर में 12 हल्के पश्चिमी विक्षोभ देखे गए परंतु उनका प्रभाव न तो पहाड़ों पर ही अधिक रहा और ना ही मैदानी इलाकों में उसका कोई भी असर देखा गया। सर्दियों के मौसम का पहला बड़ा पश्चिमी विक्षोभ 5 दिसंबर के आसपास जम्मू कश्मीर पहुंचेगा तथा 5 और 6 दिसंबर के दौरान पहाड़ों के अधिकांश विभागों में वर्षा तथा बर्फबारी देखी जाएगी।

जम्मू कश्मीर लद्दाख हिमाचल प्रदेश है तथा उत्तराखंड की ऊंची पहाड़ियों पर मध्यम से भारी हिमपात संभव है। वर्षा की गतिविधियां भी कई इलाकों में रहेंगी जिसके प्रभाव से पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन तथा कुछ इलाकों में भारी बारिश के प्रभाव से जनजीवन अस्त व्यस्त हो सकता है। जम्मू श्रीनगर नेशनल राजमार्ग फिर से प्रभावित हो सकता है।

इस पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पंजाब और हरियाणा के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनेगा। पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान तथा दिल्ली सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में वर्षा की गतिविधियां हो सकती हैं। इन राज्यों में एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि होने की भी संभावना है। इन बारिश के गतिविधियों से दिल्ली तथा उसके आसपास के इलाकों में जारी भारी वायु प्रदूषण से भी राहत मिलने की संभावना है।

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