शिमला यूं तो पर्यटकों को खूब लुभाता है लेकिन जहां तक बर्फबारी का सवाल है, शिमला में सर्दियों में पहली अच्छी बर्फबारी दिसम्बर के पहले पखवाड़े के बाद ही देखने को मिलती है। बल्कि यह कहें कि आमतौर पर दिसम्बर के आखिर में शिमला में बर्फबारी होती है। जिससे कई बार क्रिसमस पर भी शिमला को बर्फ़ की सफ़ेद चादर अपनी आगोश में नहीं ले पाती। यहाँ तक कि शिमला के बराबर ऊंचाई वाले स्थानों श्रीनगर, मनाली और मसूरी में शिमला से पहले बर्फबारी देखने को मिल जाती है। जबकि शिमला का नंबर सबसे आखिर में आता है।
इस बीच 2018 की सर्दियों में देश के बाकी भागों की तरह ही शिमला में मौसम का मिजाज़ बदला हुआ है। शिमला के लिए आज का दिन यानि 12 दिसम्बर खास रहा क्योंकि आज सुबह-सुबह ही उल्लेखनीय बर्फबारी दर्ज की गई। यह बर्फबारी पर्यटकों से लेकर स्थानीय लोगों के लिए चौंकाने वाली है। हालांकि मौसम विशेषज्ञों की नज़र में यह मौसमी घटना शिमला के लिए एक सुखद संयोग है।
शिमला कई महीनों से पानी के संकट से जूझ रहा है। इस बर्फबारी से ना सिर्फ यह जलसंकट दूर होगा बल्कि फसलों को भी फायदा होगा। पर्यटकों का भी क्रिसमस से पहले शिमला के लिए आकर्षण बढ़ेगा। स्काइमेट में मौसम पूर्वानुमान विंग के प्रमुख और एवीएम जीपी शर्मा के मुताबिक इस बार संभावना क्रिसमस पर भी बर्फबारी के लिए अनुकूल दिखाई दे रही है।
आज हुई बर्फबारी के कारण शिमला में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री कम 0.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अधिकतम तापमान भी सामान्य से 3 डिग्री कम 11.8 डिग्री सेल्सियस रहा। अगले कुछ दिनों के दौरान शिमला में रात के तापमान में और गिरावट होने की संभावना है। माना जा रहा है कि अगले दो दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान शून्य से 2 डिग्री तक नीचे चला जाएगा। यानि सामान्य से 7 डिग्री कम होगा शिमला का तापमान। तो अगर आप शिमला का रुख करना चाहते हैं तो अब गर्म कपड़े छोड़ने की भूल बिल्कुल ना करें अन्यथा शीतलहर से जबर्दस्त संघर्ष करना पड़ेगा।
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