अफगानिस्तान और उससे सटे पाकिस्तान पर बना पश्चिमी विक्षोभ पूर्वी दिशा में आगे बढ़ते हुए उत्तरी पाकिस्तान पर पहुँच गया है। यह मौसमी सिस्टम जल्द ही उत्तर भारत में जम्मू-कश्मीर के करीब आ जाएगा। हालांकि इसने उत्तर भारत के पश्चिमी हिमालयी भागों को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। इसके चलते जम्मू-कश्मीर के पर्वतीय इलाकों में कुछ स्थानों पर बारिश और बर्फबारी की गतिविधियां शुरू हो गई हैं।
धीरे-धीरे जम्मू-कश्मीर में मौसमी हलचल और बढ़ जाएगी। 11 और 12 दिसम्बर को जम्मू-कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय भागों में अधिकांश जगहों पर मध्यम बारिश और हिमपात होने की संभावना है। इसी दौरान उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में भी हल्की से मध्यम वर्षा और बर्फबारी दर्ज की जा सकती है। जम्मू-कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश के ऊंचे इलाकों में शुक्रवार को एक-दो स्थानों पर भारी बर्फबारी भी देखने को मिल सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पाकिस्तान के मध्य में बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी आगे बढ़ते हुए उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और उससे सटे हुए पंजाब पर आ गया है। इसके चलते उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में भी मौसम करवट ले रहा है। मैदानी भागों में बीती रात से बादल छाने लगे हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज किए जाने की संभावना है।
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी भागों में अगले दो दिनों तक इसी तरह से बादल छाए रहने और गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। बारिश की गतिविधियां बंद होने के बाद उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में उत्तर और उत्तर-पश्चिमी सर्द हवाएँ चलना शुरू होंगी जिससे इन भागों के तापमान में अगले 2-3 दिनों के बाद गिरावट दर्ज की जाएगी। लोग जिस सर्दी का लंबे समय से इंतज़ार कर रहे हैं, तापमान में कमी आने से उसका एहसास लोगों को हो सकता है।
Image credit: indianexpress