स्काईमेट ने जैसा बताया था बुधवार को दिल्ली और आसपास के शहरों में प्रदूषण ने और भयानक रूप ले लिया। दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण घना कोहरा बनकर छाया रहा। सबसे बुरा हाल वसुंधरा गाजियाबाद, सीरी फोर्ट, रोहिणी, पंजाबी बाग और गुड़गांव का रहा। इन सभी स्थानों पर पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर 600 के ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है। दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्थिति में पहुँच गई है।
मौसम के वर्तमान हालत के मुताबिक अगले 24 घंटों तक यानी बृहस्पतिवार को भी प्रदूषण की स्थिति में कोई सुधार दिखेगा ऐसी संभावना फिलहाल नहीं है। इस समय हवा बहुत मद्धम है, वातावरण में नमी काफी अधिक बनी हुई है ऐसे में प्रदूषण के कण एकदम नीचे बने हुये हैं और सीधे तौर पर सभी को भयानक रूप से प्रभावित कर रहे हैं। लोगों को सांस लेने में काफी कठिनाई हो रही है।
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इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली सरकार को कल पत्र लिख कर प्राइमरी स्कूलों को बंद रखने का आह्वान किया था, परिणाम स्वरूप आज दिल्ली के सभी स्कूलों में प्राइमरी तक के बच्चों की छुट्टी कर दी गई है। दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री मनीष सीसोदिया ने कहा कि स्थिति पर नज़र रखी जा रही है और हालात अगर नहीं बदले तो स्कूलों में छुट्टी बढ़ा दी जाएगी।
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इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने दिल्ली में आउटडोर एक्टिविटीज यानी पार्क में जाने, बाहर घूमने-टहलने, खुले में एक्सरसाइज या प्राणायाम जैसे योगाभ्यास ना करने का सुझाव दिया है। डॉक्टरों के अनुसार बाहरी गतिविधियों से साँस के जरिए फेफड़ों में बड़ी मात्रा में प्रदूषण पहुँच सकता है जो श्वसनतंत्र और रक्त वाहिकाओं को प्रभावित कर सकता है। बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को खुली हवा में जाने से बचने की सलाह दी गई है। जितना संभव हो सामान्य लोगों को भी खुली हवा में बाहर निकलने से बचने की जरूरत है।
पंजाब और हरियाणा में जलायी जा रही फसलों की नासा द्वारा ली गई तस्वीर।
कार से निकलने वालों को भी अपनी गाड़ी का शीशा कम से कम 2 मिनट के लिए खोल देना चाहिए ताकि गाड़ी के अंदर पहले से ही मौजूद कार्बनडाइ ऑक्साइड जानलेवा ना बने। दोपहिया वाहनों, साइकिल से चलने वालों या पैदल चलने वालों को मुंह पर मास्क या कॉटन का रुमाल ठीक ढंग से जरूर लगाएँ ताकि प्रदूषित हवा कपड़ों से फिल्टर होकर आपके फेफड़ों तक पहुंचे और कम से कम प्रभावित कर सके।
दिल्ली, नोएडा, गाज़ियाबाद, गुरुग्राम और फ़रीदाबाद में इन स्थितियों में अगले 24 से 48 घंटे के बाद कुछ बदलाव आने की संभावना है। कल शाम से या 10 नवंबर से हवा की दिशा बदलेगी और रफ्तार भी तेज होने के संकेत मिल रहे हैं। हवा तेज होने की स्थिति में प्रदूषण के कण व धुआँ कुछ हद तक छंट सकता है और लोगों को राहत मिल सकती है।
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