भारत के निजी क्षेत्र की अग्रणी मौसम पूर्वानुमान और कृषि जोखिम समाधान कंपनी स्काइमेट ने वर्ष 2019 के मॉनसून के लिए प्राथमिक पूर्वानुमान जारी कर दिया है। स्काइमेट का आंकलन है कि मॉनसून के सामान्य रहने की संभावना तकरीबन 50 फीसदी है।
स्काइमेट वर्ष 2012 से मॉनसून की सटीक और सफलतापूर्वक भविष्यवाणी करता रहा है और 2019 के मॉनसून के लिए भी पूर्वानुमान जारी करने को लेकर प्रतिबद्ध है। हालांकि यह फौरी तौर पर लगाया गया अनुमान है। अभी सटीक टिप्पणी करना मुश्किल है क्योंकि मौसम से जुड़े आंकड़ों को इकठ्ठा करने और उनका अध्ययन करने की प्रक्रिया अभी जारी है। स्काइमेट आमतौर पर 15 मार्च से 15 अप्रैल के बीच मॉनसून की भविष्यवाणी करता है। इस बार भी स्काइमेट मॉनसून की संभाव्यता की रिपोर्ट समय पर जारी करेगा।
Skymet Weather has released its Preliminary Southwest Monsoon Forecast Guidance for 2019, chances of Monsoon being normal are over 50 percent. #Monsoon #Monsoon2019 pic.twitter.com/yNKhA8C6cn
— SkymetWeather (@SkymetWeather) February 25, 2019
इसमें कोई संदेह नहीं है कि मौसम से जुड़े कई ऐसे मापदंड हैं जो मॉनसून के प्रदर्शन को प्रभावित करते हैं। अल नीनो सबसे प्रमुख है। हाल के वर्षों में इसका मॉनसून पर व्यापक असर देखने को मिला है। इस बार भी अल नीनो अस्तित्व में है, जिसे निश्चित तौर पर मॉनसून से जोड़कर देखा जाएगा। यानि मॉनसून का अनुमान जारी करते समय अल नीनो की स्थिति को भी ध्यान में रखना होगा।
बता दें कि अल नीनो दिसम्बर तक उभार पर था, उसके बाद इसमें निरंतर गिरावट देखने को मिली है। इसलिए अगर शुरुआती संकेतों को ध्यान में रखें तो इसे डिवाल्विंग अल नीनो (कमज़ोर होते अल नीनो) वर्ष के तौर पर कहा जाएगा। यही रुझान अगर जारी रहता है तो यह कहा जा सकता है कि सूखे जैसी स्थितियाँ तो नहीं होंगी लेकिन भारी बारिश यानि ज़बरदस्त मॉनसून वर्षा की उम्मीद भी नहीं की जा सकती है। वर्ष 2019 सामान्य मॉनसून वर्ष हो सकता है। मॉनसून की शुरुआत धीमी होगी। प्राथमिक संकेत कुछ हिस्सों में जोखिम के भी यानि सूखे जैसे हालात के भी हैं।
स्काइमेट के प्रबंध निदेशक, जतिन सिंह के अनुसार प्रशांत महासागर में पिछले वर्ष दिसम्बर तक अल नीनो उभार पर था। लेकिन अब तापमान में गिरावट हो रही है, जिससे संभावना है कि अल नीनो उतार पर होगा। अनुमान है कि मॉनसून के आगमन के समय यह 50% के स्तर पर पहुँच जाएगा। उसके बाद इसके स्तर में क्रमशः गिरावट जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि संभावना डिवाल्विंग अल नीनो की प्रबल है।
Image credit: Ujjawal Prabhat
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