जैसा कि स्काइमेट ने पहले ही बताया था, दिल्ली में प्रदूषण तेज़ी से कम हुआ है और दिल्ली वालों को प्रदूषण से व्यापक राहत मिली है। दक्षिण-पूर्वी तेज़ हवाओं की मेहरबानी के चलते दिल्ली की फिज़ाओं में मौजूद ज़हरीले कणों और गैसों में कमी आई है और हवा की गुणवत्ता में व्यापक सुधार हुआ है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सबसे बड़ी चिंता का विषय बन चुका प्रदूषण, मौसम का मिजाज़ बदलने से बढ़ता और घटता है।
यूं तो दिल्ली का प्रदूषण साल के बारहों महीने अधिक रहता है लेकिन सर्दियों में हालात बेहद खराब होते हैं और इतने भयावह हो जाते हैं कि दिल्ली को गैस चैंबर कहा जाता है। पिछले 10 दिनों से दिल्ली का दम घोंट रहे प्रदूषण से कल से कुछ राहत मिली है और दिल्ली की साँसों पर प्रदूषण का पहरा खत्म हुआ है। 18 अक्टूबर के बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स अब नीचे आया है और मंगलवार को यह 308 रहा पर रिकॉर्ड किया गया।
[yuzo_related]
मौसम की बदलती स्थिति को देखते हुए अनुमान है कि अगले 2-3 दिनों तक प्रदूषण में इसी तरह का सुधार रहेगा और दिल्ली वाले चैन की साँस ले सकेंगे। अगले 24 घंटों तक हरियाणा और पंजाब में बारिश जबकि जम्मू कश्मीर में कुछ स्थानों पर वर्षा और हिमपात होने के आसार हैं। बारिश बंद होने के बाद इन भागों से होकर शुष्क और ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएँ दिल्ली तक पहुँचेंगी जिसके चलते दिल्ली में पारा गिरेगा।
दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को दर्शाता नीचे दिया गया ग्राफ।
इस बदलाव के बीच वातावरण में बढ़ी नमी और कम तापमान के चलते दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, गाज़ियाबाद, फ़रीदाबाद में 18-19 से कोहरे और धुंध की फिर से वापसी हो सकती है। इस स्थिति में दिल्ली में धूल, धुआँ, कार्बन सहित हानिकारक गैसें फिर से हवा में मिलकर इसकी गुणवत्ता खराब कर सकती हैं।
Image credit: India TV
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।