मौसमी हलचलों के लिहाज़ से दिसम्बर बेहद शांत रहा और उत्तर भारत के मैदानी राज्यों के साथ-साथ पर्वतीय भागों में भी विशेष बारिश या बर्फबारी देखने को नहीं मिली। हालांकि शिमला में चमत्कारिक तौर पर क्रिसमस के दिन बर्फबारी दर्ज की गई। चमत्कारिक इसलिए क्योंकि पिछले 24 वर्षों से शिमला में क्रिसमस के दिन बर्फबारी देखने को नहीं मिली।
उसके बाद पहली जनवरी को फिर से हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बर्फबारी हुई। नए वर्ष में शुरू हुई बारिश और बर्फबारी सर्दी के इस सीजन का पहला भारी हिमपात था। इस समय शिमला में मौसम साफ है। हालांकि बीते दिनों की भारी बर्फबारी के चलते शहरों में शीतलहर ने लोगों का बुरा हाल कर रखा है। बुधवार को न्यूनतम तापमान शून्य से 3.2 डिग्री सेल्सियस नीचे रिकॉर्ड किया गया। भीषण शीतलहर का आलम यह है कि अब तक इसने लगभग 10 लोगों की जान ले ली है।
वर्तमान मौसमी परिदृश्य के अनुसार शिमला में जल्द शीतलहर से राहत के आसार नहीं हैं। अगले 24 घंटों तक मौसम में किसी विशेष बदलाव की भी संभावना नहीं है। हालांकि एक नया पश्चिमी विक्षोभ 14 जनवरी को उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों के करीब पहुँचने वाला है। इस सिस्टम के चलते जम्मू कश्मीर के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश के भी कुछ हिस्सों में वर्षा और बर्फबारी का नया दौर शुरू हो सकता है।
शिमला में 14 जनवरी की रात से फिर से बारिश और हिमपात का सिलसिला देखने को मिलेगा। हिमाचल के इस सुंदर शहर में 14 और 15 जनवरी को भारी बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। हालांकि पर्यटक इस बर्फबारी का आनंद उठा सकते हैं लेकिन सावधानी के साथ क्योंकि भारी बर्फबारी से कई सड़कों के बंद होने की भी आशंका बनी रहती है। हिमस्खलन की भी संभावना है।
Image credit: Hindustan Times
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