दिल्ली में एक दिन पहले ही जहां इस सीजन का सबसे अधिक पारा दर्ज किया गया वहीं मंगलवार को आए भीषण तूफान के कारण दिन और रात के तापमान में अच्छी गिरावट दर्ज की गई। यह इस साल का सबसे प्रभावी तूफान था जिसने दिल्ली वालों को कई दिनों से जारी तेज़ गर्मी से कुछ राहत पहुंचाई।
शक्तिशाली तूफान दिल्ली और आसपास के भागों में मंगलवार की शाम 5 बजे शुरू हुआ जिससे अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से गिरकर शाम को 28 हो गया। रात में इसमें 8 से 10 डिग्री तक की और कमी आई। इस धूलभरी आँधी की काफी अधिक क्षमता के कारण राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न हिस्सों में कई पेड़ और खंबों के गिरने की खबरें हैं। तेज़ हवाओं के कारण कुछ समय के लिए मेट्रो की सेवाएँ भी रोक दी गई थीं।
स्काइमेट के अनुसार धूलभरी आँधी के साथ 70 से 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा के तेज़ झोंके भी चल रहे थे। धूल और बादलों के कारण दिल्ली और आसपास के भागों में कुछ समय के लिए अंधेरा छा गया और दृश्यता घटकर 500 से 300 मीटर हो गई थी। मई में धूलभरी आँधी चलना सामान्य मौसमी घटना है। मंगलवार को आँधी के बाद गरज के साथ बौछारें भी गिरी। दिल्ली में कई जगह हल्की बौछारें पड़ीं जबकि गुड़गाँव में 2 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
न्यूनतम तापमान जहां 25 से 30 डिग्री के बीच चल रहा था, बुधवार की सुबह घटकर 20 से 25 के बीच आ गया। हालांकि दिन के तापमान में मामूली गिरावट हुई। बुधवार से गर्मी एक बार फिर से बढ़ गई है। हालांकि दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आंकड़े को पार नहीं किया है। आर्द्रता बढ़ने के कारण पारा तेज़ी से ऊपर नहीं जाएगा लेकिन, अनुमान है कि बृहस्पतिवार से इसमें उत्तरोत्तर वृद्धि होगी।
दिल्ली और आसपास के शहरों में 20 मई को दर्ज किए गए तापमान और बारिश के आंकड़े इस प्रकार हैं:
Image credit: The Herald of India