महाराष्ट्र के ज़्यादातर शहर लंबे समय से भीषण लू का प्रकोप झेल रहे हैं। इससे पहले 12 से 17 अप्रैल के बीच राज्य में छिटपुट बारिश हुई थी और गर्मी से राहत मिली थी। लेकिन उसके बाद से मौसम पूरी तरह से शुष्क है। 17 के अप्रैल बाद से ही विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्र में तापमान 40 डिग्री से काफी ऊपर चल रहा है जिससे गर्मी चरम पर है।
शुष्क मौसम के साथ उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाओं और तेज़ धूप के कारण विदर्भ, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र के कई शहरों लंबे समय से लू की गिरफ्त में हैं। इन क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के करीब चला रहा था।
पुणे में इस सीजन का अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। वहीं, अगर मंगलवार के आंकड़े देखें तो महाराष्ट्र का ब्रह्मपुरी शहर 47 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ राज्य का सबसे गर्म शहर रहा। जबकि चंद्रपुर में 46.4 डिग्री , नागपुर में 46.3 डिग्री, परभणी में 46.1 डिग्री, वर्धा में 45.9 डिग्री, अकोला और अमरावती में 45.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
इस बीच 1 मई को महाराष्ट्र के कुछ भागों में तापमान में हल्की गिरावट आई है। आगे स्थिति में और सुधार देखने को मिलेगा क्योंकि भीषण चक्रवाती तूफ़ान फ़ानी ओड़ीशा के तटों के करीब आ रहा है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह के मजबूत सिस्टम सैकड़ों किलोमीटर दूर फैले क्षेत्रों के मौसम को भी प्रभावित करते हैं। 2 मई तक चक्रवाती तूफान फानी उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटीय भागों के करीब आएगा। जिसके प्रभाव से महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भी बादल दिखने के आसार हैं।
साथ ही हवा की दिशा में भी बदलाव होगा। उत्तर-पश्चिमी दिशा की बजाए दक्षिण-पश्चिमी दिशा से हवाएँ आएंगी जो अपेक्षाकृत नम और ठंडी होंगी। इन हवाओं के कारण ही बादल भी छाएंगे और तापमान में गिरावट भी देखने को मिलेगी। जिसके चलते महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों से लू फिलहाल के लिए समपट हो जाएगी।
लू की स्थिति से निजात मिलने के बावजूद भी महाराष्ट्र में दिन का तापमान उच्च स्तर पर रहेगा। जिससे राज्य में गर्मी से बहुत मामूली राहत ही मिलेगी।
Image Credit:DNA India
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