दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के पास अरब सागर में सीज़न का पहला चक्रवाती तूफान विकसित हो गया है। इसे ‘ओखी’ नाम दिया गया है। स्काइमेट के वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञों के आंकलन के अनुसार श्रीलंका के पास डिप्रेशन के रूप में बना मौसमी सिस्टम प्रभावी होते हुए बृहस्पतिवार की सुबह डीप डिप्रेशन बना और दोपहर में इसकी क्षमता बढ़ते हुए चक्रवाती तूफान की बन गई। अनुमान है कि यह उत्तर और उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा और अगले 24 घंटों में सशक्त हो सकता है।
चक्रवात ‘ओखी’ इस समय कन्याकुमारी के दक्षिण में 60 किलोमीटर की दूरी पर है। त्रिवेन्द्रम से 120 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में और मिनीकॉय से 480 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण-पूर्व में है। यह अगले 24 घंटों में भीषण चक्रवात का रूप ले सकता है। स्काइमेट के वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ महेश पालावत के अनुसार चक्रवात को आगे बढ़ने और सशक्त होने के लिए स्थितियाँ अनुकूल हैं क्योंकि यह लंबा रास्ता तय करेगा और अरब सागर की गर्म सतह से इसको पर्याप्त पानी मिलेगा। इसी वजह से इसके भीषण चक्रवात में तब्दील होने की प्रबल संभावना है।
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चक्रवाती तूफान ‘ओखी’ दक्षिण भारत के कुछ भागों को प्रभावित करेगा। इसके चलते केरल और तमिलनाडु के दक्षिणी भागों में भारी बारिश होने की संभावना है। कन्याकुमारी, कुड्डालोर, श्रीवैकुंठम, तूतीकोरिन, रामेश्वरम, रामनाथपुरम, टोंडी, नागरकोइल, कोविलपट्टी, पंबन, तिरुनेलवेली, विरुधुनगर, तंजावुर, तिरुवल्लुर, पुदूकोट्टई, तिरुवनन्तपुरम, अलपुझा, कोलम, कोची और कोट्टायम में अगले 24 घंटों के दौरान भीषण वर्षा होगी। इन भागों में बारिश के 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएँ भी चलेंगी। चेन्नई सहित उत्तरी तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश और एक-दो जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
चक्रवात ‘ओखी’ के प्रभाव से दक्षिण भारत से सटे समुद्र में हलचल काफी बढ़ गई है। मछुआरों को अगले 48 घंटों के लिए समुद्र से दूर रहने की चेतावनी जारी की गई है। आकाशवाणी से प्रसारित खबरों के अनुसार कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, विरुधुनगर और तूतीकोरिन में स्कूल और कॉलेज आज बंद रहेंगे। तंजावुर, तिरुवल्लुर और पुदूकोट्टई में भी एहतियातन स्कूल बंद कर दिए गए हैं। तिरुनेलवेली के मनूनमैनियम सुंदरनार विश्वविद्यालय ने परीक्षा की तिथि आगे बढ़ा दी है, जबकि कोट्टायम जलप्रपात को सैलानियों के लिए बंद कर दिया गया है।
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