भारत के अधिकांश भागों में मार्च की शुरुआत शुष्क मौसम के साथ हुई। जिसके चलते इस माह के पहले पखवाड़े में देश के अधिकांश भागों में तापमान बढ़ गया और मौसम निरंतर गर्म होता गया। देश के अधिकतर इलाकों में 15 मार्च से पहले तापमान बढ़ते हुए सामान्य से ऊपर पहुंच गया था। उसके बाद तीसरे सप्ताह की शुरुआत से इसमें कुछ गिरावट दर्ज की गई जब देश के अधिकतर इलाकों में प्री मॉनसून वर्षा की गतिविधियां देखने को मिलीं।
उत्तर भारत में जहां पश्चिमी विक्षोभ और इसके प्रभाव से विकसित हुआ चक्रवाती सिस्टम बारिश दे रहा था वहीं बंगाल की खाड़ी में विकसित हुए और अरब सागर पर पहुंचे डिप्रेशन तथा मध्य भारत से दक्षिण दक्षिण भारत के बीच बनी ट्रफ के प्रभाव से दक्षिणी और मध्य राज्यों में बारिश दर्ज की जा रही थी। बारिश से कई इलाकों में तापमान में गिरावट हुई और यह सामान्य के आसपास पहुंच गया।
फिलहाल कुछ क्षेत्रों को छोड़कर समूचे भारत में मौसम शुष्क हो गया है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अब तापमान में तेजी से बढ़ोतरी के दिन आ गए हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि अगले कुछ दिनों तक देश भर में सक्रिय मौसमी सिस्टम विकसित होते दिखाई नहीं दे रहे हैं।
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वरिष्ठ विशेषज्ञ एवीएम जीपी शर्मा के मुताबिक देश के पूर्वोत्तर राज्यों में कुछ स्थानों और दक्षिण भारत में 1-2 जगहों पर हल्की बारिश दर्ज की जाएगी जबकि देश के बाकी सभी हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा, धूप तेज होगी और गर्मी अपना असर दिखाएगी। यही नहीं अगले कुछ ही दिनों में उत्तर से लेकर मध्य और दक्षिण भारत तक कई जगहों पर तापमान में 4 से 8 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है और प्रचंड गर्मी का प्रकोप शुरू हो जाएगा।
कुछ इलाकों में जल्द ही लू जैसे हालात बन सकते हैं। इसमें सबसे अधिक प्रभावित होने वाले राज्य होंगे गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और उड़ीसा। इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के शहरों सहित कई जगहों पर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। तो आने वाले दिनों में तेज़ गर्मी से निपटने के लिए आपको तैयार रहने की जरूरत है। यानी जल्द ही कूलर और एसी की आवश्यकता देश के अधिकांश भागों में एक साथ महसूस होगी।
Image credit: HindustanTimes
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