दिल्ली में इस समय जल देव की पूरी कृपा बनी हुई है। बृहस्पतिवार को दिल्ली और आसपास के भागों को अच्छी मॉनसूनी बौछारों ने जमकर भिगोया। इससे पहले जुलाई माह भी दिल्ली के लिए बारिश के लिहाज़ से अच्छा रहा है। जुलाई के आखिरी दिन 24 घंटों के अवधि में दर्ज की गई बारिश दिल्ली में बीते एक दशक में हुई सबसे अधिक वर्षा थी।
हाल की अच्छी वर्षा को देखते हुए यह कह सकते हैं कि अगस्त भी दिल्ली के लिए अच्छी बारिश लेकर आया है। अगस्त की शुरुआत से ही हल्की वर्षा का दीदार दिल्ली वालों को होता रहा है। हालांकि बारिश व्यापक रूप में सभी स्थानों पर एक साथ नहीं हो रही थी। लेकिन बीते 24 घंटों के दौरान अच्छी वर्षा हुई है। बुधवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान दिल्ली के पालम मौसम केंद्र पर 34 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
बृहस्पतिवार को दिल्ली और आसपास के शहरों में अधिकांश जगहों पर अच्छी बारिश दर्ज की गई है। हाल की इस बारिश की वजह है मॉनसून की अक्षीय रेखा का दिल्ली के करीब आना। मॉनसून की अक्षीय रेखा इस समय दिल्ली के दक्षिण में बनी हुई है इसके चलते राष्ट्रीय राजधानी के पास व्यापक मात्र में नमी बनी हुई है और काले बादलों की घटा छाई हुई है। दिल्ली और आसपास के भागों में रुक-रुक कर हो रही बारिश ने मौसम को खुशगवार बना दिया है।
इस बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के करीब आ रहा है। यह सिस्टम इस समय उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे भागों पर दिखाई दे रहा है। यह अपनी सामान्य दिशा में आगे बढ़ता रहेगा और जल्द ही जम्मू कश्मीर के करीब पहुंचेगा इसके चलते दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी हिस्सों में हवाओं के रुख में बदलाव आएगा और यहाँ दक्षिण-पश्चिमी हवाओं का प्रवाह बढ़ेगा।
इस समय दिल्ली और इससे सटे शहरों में अच्छी वर्षा हो रही। इन भागों में बादल अगले 2-3 दिनों के दौरान बने रहेंगे और राजधानी में कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है। बारिश का नज़ारा आमतौर पर सुबह के समय या दोपहर और शाम के समय देखने को मिलेगा। हालांकि बीच-बीच में बादल छंटने पर सूर्य देव भी अपना प्रभाव दिखा सकते हैं। इसलिए दोपहर के समय हो सकता है कि दिल्ली वालों को गर्मी का सामना भी करना पड़े।
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