इस साल दिल्ली में मॉनसून की शुरुआत में थोड़ी देरी हुई। सामान्य शुरुआत की तारीख 27 जून के आसपास होती है जबकि मानसून 30 जून को तीन दिनों की देरी से दिल्ली पहुंचा। 1 जून से 17 अगस्त के बीच दिल्ली में सामान्य से 20% कम बारिश हुई है।
दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र से विशिष्ट मानसूनी बारिश अभी भी नदारद है। हालांकि राष्ट्रीय राजधानी में कुछ अच्छे मौसम देखे गए, लेकिन बार-बार बारिश नहीं होने की वजह से बारिश का कुछ ख़ास फायदा नहीं हुआ।
हमें अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली में किसी भी महत्वपूर्ण मौसम गतिविधि की उम्मीद नहीं है। 20 अगस्त को हल्की छिटपुट बारिश के साथ आसमान में बादल छा सकते हैं। 21 अगस्त से 22 अगस्त के बीच बारिश बढ़ सकती है, लेकिन हमें राष्ट्रीय राजधानी में व्यापक बारिश की उम्मीद नहीं है।
ये बारिश की गतिविधियां बंगाल की खाड़ी से मध्यम आर्द्र हवाओं के साथ-साथ मॉनसून ट्रफ की धुरी के उत्तर की ओर खिसकने के कारण हो सकती हैं।
बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र भी विकसित हो गया है जो पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में जाएगा, इसका प्रभाव उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों पर देखा जाएगा क्योंकि ये राज्य इस मौसम प्रणाली की बाहरी परिधि में आएंगे। 25 या 26 अगस्त के आसपास दिल्ली में एक और बारिश की संभावना है।