मध्य प्रदेश में लंबे समय से बारिश गायब है। छत्तीसगढ़ को भी अच्छी बारिश का इंतज़ार है। मध्य भारत के दोनों राज्यों में मॉनसूनी बारिश के आंकड़े में गिरावट आ रही है। मध्य प्रदेश के पूर्वी भागों में 1 जून से 4 अगस्त तक 476 मिलीमीटर बारिश हुई है जो सामान्य से 11 प्रतिशत कम है। इसी तरह से पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी सामान्य से 5 प्रतिशत कम 420 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। छत्तीसगढ़ में अब तक जहां 620 मिलीमीटर बारिश हो जाती है वहीं राज्य में सामान्य से 7 फीसदी कम 579 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है।
फिलहाल पिछले 24 घंटों के दौरान छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश के भागों में कुछ स्थानों पर हल्की तो कहीं-कहीं मध्यम बारिश दर्ज की गई है। पेंडरा रोड में 26 मिलीमीटर, सिवनी और नरसिंहपुर में 11 जबकि पंचमढ़ी में 16 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। अगले 24 से 48 घंटों के दौरान छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अच्छी वर्षा होने की संभावना है। शुरुआत उत्तरी छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश से होगी। बारिश का दायरा धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश की ओर भी बढ़ेगा।
मौसमी सिस्टमों की बात करें तो इस समय पूर्वी भारत में एक झारखंड और आसपास के भागों पर एक चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है। इसके अलावा मॉनसून की अक्षीय रेखा हिमालय के तराई क्षेत्रों में है। मॉनसून ट्रफ से पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ होते हुए ओड़ीशा तक एक उत्तर-दक्षिण ट्रफ विकसित हो सकती है। साथ ही पूर्वी भारत में बना चक्रवाती सिस्टम और प्रभावी हो सकता है।
इन मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से अगले 24 से 48 घंटों के दौरान छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्सों विशेषकर पेंडरा, सरगुजा, बिलासपुर, कोरबा और अम्बिकापुर में कई जगहों पर मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। राज्य के शेष हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं।
इसी तरह मध्य प्रदेश के पूर्वी भागों में अगले 24 घंटों के दौरान बारिश की गतिविधियां बढ़ जाएंगी। अनुमान है कि आगामी 24 से 48 घंटों के दौरान छतरपुर, रीवा, खजुराहो, सतना, कटनी, दमोह, सागर और जबलपुर में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। बालाघाट, छिंदवाड़ा और नरसिंहपुर सहित दक्षिण पूर्वी मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है।
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बारिश धीरे-धीरे पश्चिमी दिशा में बढ़ेगी और उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश में 24 घंटों के बाद भारी बारिश देखने को मिल सकती है। इन भागों में गुना, ग्वालियर और शिवपुरी में मध्यम से भारी बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश में विशेष बारिश नहीं होगी। हालांकि इंदौर, उज्जैन और अन्य दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों में 24 घंटों के बाद हल्की वर्षा हो सकती है। बारिश बढ़ने की संभावना देखते हुए अनुमान है कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कुल वर्षा के आंकड़ों में सुधार होगा।
Image credit: Absolute India News
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