उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बीते दिनों की भीषण गर्मी के बाद कुछ समय से वर्षा की गतिविधियां हो रही हैं। इस समय उत्तर भारत के मैदानी भागों से पूर्वी भारत तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। झारखंड पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इन मौसमी सिस्टमों के चलते राज्य में दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी से हवाएँ आ रही हैं। इसके अलावा दक्षिण और पश्चिमी भागों में अरब सागर से भी दक्षिण-पश्चिमी नम हवाओं का प्रवाह बीते दो दिनों से बना हुआ था।
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बृहस्पतिवार को भीउत्तर प्रदेशमें मौसम सक्रिय रहा और राज्य के दक्षिण-पश्चिमी और मध्य जिलों में वर्षा दर्ज की गई। इस दौरानआगरा, अलीगढ़, बदायूं, बरेली, बुलंदशहर, एटा, फ़र्रुखाबाद, फ़िरोज़ाबाद, हापुड़, हाथरस, ज्योतिबाफुले नगर, कन्नौज, कासगंज, लखीमपुर खीरी, मैनपुरी,मथुरा, मुरादाबाद, रामपुर और सीतापुर जिलों में कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की बौछारें दर्ज की गई हैं। कहीं-कहीं तेज़ हवाओं के साथ मध्यम बारिश हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान ट्रफ उत्तरी दिशा में आगे बढ़ेगी और यह तराई क्षेत्रों के और करीब पहुँच जाएगी जिसके चलते पश्चिमी और दक्षिणी उत्तर प्रदेश में मौसमी गतिविधियां कम हो जाएंगी। बारिश कम होने के चलते इन भागों में तापमान में बढ़ोत्तरी होगी। हालांकि सुबह और रात में मौसम सुहावना बना रहेगा।
दूसरी तरफ ट्रफ के सक्रिय रहने के चलते तराई क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा की गतिविधियां अगले 24 घंटों के बाद भी बनी रह सकती हैं। राजधानीलखनऊऔरकानपुरमें भी 9 जून को कहीं-कहीं गरज और हवाओं के साथ वर्षा होने के आसार हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश के पास से गुज़र रही ट्रफ का प्रभाव पूर्वी जिलों में बना रह सकता है। अगले 24 से 48 घंटों के दौरान इन भागों में भी कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है।
Image credit: Around the world
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