झारखंड और इससे सटे ओड़ीशा के पास एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से इन दोनों राज्यों में मौसम सक्रिय रहेगा और कई जगहों पर प्री-मॉनसून वर्षा दर्ज की जा सकती है। गौरतलब है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह को पार कर चुका है और सामान्य गति से आगे बढ़ रहा है। इस बीच देश के कई भागों में प्री-मॉनसून वर्षा की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं जिससे लू जैसे हालात से लोगों को निज़ात मिल रही है।
इस समय ओड़ीशा और इससे सटे झारखंड पर एक चक्रवाती सिस्टम हवाओं में बना हुआ है। यह सिस्टम बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त मात्रा में नमी आकर्षित कर रहा है जिससे दक्षिणी झारखंड और इससे सटे ओड़ीशा के आंतरिक भागों में घने बादल बने हुए हैं। अगले 24 घंटों तक इन भागों में बादल छाए रहेंगे और कुछ स्थानों पर अच्छी बारिश होने की संभावना है।
इसे भी पढ़ें: दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2017 केरल में 29 मई को दे सकता है दस्तक
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आज मौसमी हलचल का अधिक ज़ोर झारखंड में रहेगा। कल यह सिस्टम दक्षिणवर्ती होगा और ओड़ीशा के अधिक भागों को प्रभावित करेगा। फिलहाल अगले 12 घंटों के दौरान झारखंड के जमशेदपुर, चाईबासा और आसपास के भागों में गरज और तेज़ हवाओं के साथ वर्षा दर्ज की जा सकती है। अगले 12 घंटों के बाद इन भागों में बारिश कम हो जाएगी।
मौसमी सिस्टम के दक्षिणवर्ती होने के साथ ही जहां झारखंड में वर्षा कम हो जाएगी वहीं ओड़ीशा के उत्तरी आंतरिक हिस्सों में बारिश की गतिविधियां ज़ोर पकड़ेंगी। अगले 12 से 24 घंटों के दौरान फुलबनी, अंगुल, नरसिंहपुर और आसपास के हिस्सों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जाएगी। भुवनेश्वर और कटक में भी हल्की बारिश संभावित है। इस दौरान ओड़ीशा के तटीय हिस्सों में विशेष वर्षा के आसार फिलहाल नहीं हैं लेकिन एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता।
Image credit: The Telegraph
कृपया ध्यान दें: स्काइमेट की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी सूचना या लेख को प्रसारित या प्रकाशित करने पर साभार: skymetweather.com अवश्य लिखें।