राजस्थान के दक्षिण पश्चिमी जिलों में पिछले कुछ दिनों के दौरान, भारी बारिश तथा ओलावृष्टि देखी गयी है। शेष पश्चिमी जिलों में भी भारी बारिश हुई है। परंतु अब पूरे सप्ताह तक मौसम शुष्क बना रहने की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान, उत्तरी दिशा से चलने वाली बर्फीली हवा के कारण, रात के तापमानों में गिरावट हो सकती है। दिन में मौसम सुहावना बना रहेगा।
किसानों के लिए फसल सलाह
मौसम के साफ रहने के अनुमान को देखते हुए किसानों को सलाह दी जाती है की रबी फसलों की बिजाई का काम जारी रखें। सरसों की बिजाई यदि अभी तक न की हो तो शीघ्र ही बिजाई सम्पन्न करें अन्यथा फसल में कीटो का प्रकोप हो सकता है।
सरसों की फसल में आरम्भिक अवस्था में पेंटेड बग तथा पत्तियां काटने वाले कीटों का प्रकोप होता है। इनकी रोकथाम के लिए क्यूनालफॉस या मेलाथियान के 25 कि.ग्रा. चूर्ण का प्रति हेक्टर की दर से भुरकाव, प्रात: या सायंकाल, में करें।
जौ की बिजाई के लिए उन्नत किस्में RD-2035, RD-2052, RD-2503, RD-2668 आदि है। प्रति हेक्टर 100-120 कि.ग्रा. बीजो को प्रयोग कर बिजाई करें। सिंचित अवस्था में चने कि पछेती बिजाई के लिए GNG-1488, RSG-174, RSG-163, RSG-145 आदि उन्नत किस्में हैं। एक हेक्टर में बिजाई के लिए 80 कि.ग्रा. बीज प्रर्याप्त होगा।
Image credit: The Statesman
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