राजस्थान में सर्दी के इस सीज़न में सामान्य से बेहद कम वर्षा हुई है, यही वजह है कि पारा तेज़ी से बढ़ रहा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार राजस्थान में 1 जनवरी से अब तक आमतौर पर 8 मिलीमीटर की वर्षा होती है। लेकिन आंकड़े बताते हैं कि इस अवधि में पूरे राजस्थान में छिटपुट बारिश हुई और यह आंकड़ों में महज़ 0.2 मिलीमीटर है। यानि राज्य में जनवरी से अब तक सामान्य से लगभग 97% कम वर्षा हुई है।
फरवरी महीने में राजस्थान में दो बार वर्षा हुई। कश्मीर के पास 10 फरवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ आया और 11 फरवरी को राजस्थान पर चक्रवाती सिस्टम विकसित हुआ जिसके चलते राज्य में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई। उसके बाद 23 फरवरी को फिर से ऐसी ही स्थितियाँ बनीं और उत्तरी राजस्थान में वर्षा रिकॉर्ड की गई। इस दौरान बारिश ना सिर्फ हल्की थी बल्कि इसका दायरा भी सीमित था जिससे आंकड़ों में कोई सुधार देखने को नहीं मिला।
बारिश में कमी के चलते राज्य में दिन और रात के तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान रिकॉर्ड किए गए आंकड़े देखें तो बीकानेर में 33.8 डिग्री,जैसलमरमें 32.6 डिग्री, अजमेर में 32.5 डिग्री,बीकानेरऔर चुरू में 32 डिग्री,जयपुरमें 31 डिग्री और गंगानगर में 29 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। सभी भागों में तापमान सामान्य से 3 से 4 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
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राजस्थान में अगले 4-5 दिनों तक मौसम शुष्क और गर्म रहेगा। हल्की से मध्यम पश्चिमी और उत्तर पश्चिमी हवाएँ चलेंगी। इससे तापमान में क्रमशः वृद्धि होगी और गर्मी बढ़ेगी। हालांकि 4 और 5 मार्च को हल्की वर्षा होने के संकेत मिल रहे हैं। इस दौरान पश्चिमी राजस्थान से उत्तर प्रदेश तक एक ट्रफ बनेगी जिसके प्रभाव से अरब सागर से आर्द्र हवाएँ आएंगी और कहीं-कहीं गरज के साथ हल्की वर्षा दर्ज की जाएगी।
Image credit:Rajasthan Government
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