राजस्थान के कई भागों में तापमान 45 डिग्री के स्तर को पार कर गया है जिसके चलते राज्य में लू ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बीकानेर में बीते 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस अधिक 45 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। श्रीगंगानगर में 44.5, जैसलमर में 45.5 और राजधानी जयपुर में 43 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। इन सभी भागों में दिन में सामान्य से 3 से 5 डिग्री अधिक तापमान पहुँचने से गर्मी का क्रूरतम रूप देखा जा रहा है। ऊपर से तीखी धूप और गर्म हवाओं का कहर भी शुरू हो गया है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार राजस्थान में पाकिस्तान से होकर आने वाली गर्म और शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलते राज्य के अधिकतर इलाकों में भीषण गर्मी का दौर शुरू हो गया है। पाकिस्तान में तापमान काफी अधिक है जिससे वहाँ से होकर आने वाली गर्म हवाएँ दिन के मौसम को असहनीय बना रही हैं। उत्तर-पश्चिमी हवाओं का प्रवाह राजस्थान से होकर उत्तर-पश्चिम भारत के शेष मैदानी राज्यों तक पहुँच रही हैं जिससे दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में भी तापमान में तेज़ी से बढ़ोत्तरी हो रही है। उत्तर भारत के अधिकांश मैदानी इलाकों में दिन में गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है।
स्काइमेट का अनुमान है कि राजस्थान में अगले 24 से 48 घंटों तक तेज़ गर्मी से राहत मिलने की संभावना फिलहाल नहीं है। इस दौरान दिन के तापमान में बढ़ोत्तरी का क्रम बना रहेगा जिससे लू और भीषण रूप ले सकती है। उसके पश्चात एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के करीब आने वाला है जिससे मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास 9 मई को पहुंचेगा और इस सिस्टम के चलते उत्तर भारत के मैदानी राज्यों पर एक चक्रवाती सिस्टम के विकसित होने की संभावना है।
पश्चिमी हिमालयी भागों पर 9 मई को पहुँचने वाले पश्चिमी विक्षोभ और मैदानी राज्यों में बनने वाले चक्रवाती सिस्टम के प्रभाव से प्री-मॉनसून मौसमी हलचल फिर से देखने को मिलेगी। स्काइमेट के अनुसार कुछ भागों में धूल भरी आँधी चलेगी। कहीं-कहीं गरज के साथ वर्षा दर्ज की जाएगी। प्री-मॉनसूनी गतिविधियों के चलते अधिकतम तापमान में एक बार फिर से 10-11 मई को हल्की गिरावट होगी और भीषण लू से राहत मिलेगी। राजस्थान में फिलहाल अगले 2-3 दिनों तक गर्मी का मुक़ाबले करने के लिए आप रहिए तैयार।
Image credit: Jaisalmer tour package
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