बीते कुछ दिनों से उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में मौसम का मिजाज़ कुछ बदला हुआ है। इस बदलाव से राजस्थान के भी कई इलाके प्रभावित हुए हैं। स्काइमेट के अनुसार इस समय मध्य पाकिस्तान और इससे सटे उत्तर-पश्चिमी राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजस्थान के कुछ हिस्सों में धूलभरी आँधी और बादलों की गर्जना जैसी मौसमी हलचल आज भी शाम के समय देखने को मिली सकती है। गतिविधियां अगले 24 घंटों तक जारी रह सकती हैं।
राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों से ओड़ीशा तक एक ट्रफ रेखा भी बनी हुई है। अनुमान है कि यह ट्रफ अगले 24 घंटों तक बनी रहेगी जिससे अरब सागर से दक्षिणी-पश्चिमी हवाओं का प्रवाह राजस्थान पर बना रहेगा। इसी के चलते राज्य में कुछ स्थानों पर धूलभरी आँधी, बादलों की गर्जना, तेज़ हवाएँ और कहीं-कहीं बारिश की संभावना है। बादलों की गर्जना और बिजली कड़कने की घटनाओं को देखते हुए उम्मीद की जा सकती है कि बारिश भी अच्छी होगी लेकिन मौसमी परिदृश्य संकेत कर रहे हैं कि यह बादल गरजने वाले अधिक हैं बरसने वाले कम।
राजस्थान में अधिकांश भू-भाग रेगिस्तानी है जिससे आँधी के साथ व्यापक मात्रा में धूल और रेत उड़ती है जो सामान्य जन-जीवन को व्यापक रूप में प्रभावित करती है। राजस्थान में बीते कुछ दिनों से धूलभरी आँधी और बादलों की गरज के साथ वर्षा की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। पश्चिमी राजस्थान के इलाके अधिक प्रभावित हुए हैं, जहां तेज़ हवाएँ चलने और धूलभरी आँधी के साथ बादलों की गर्जना होने जैसी गतिविधियां देखने को मिली हैं।
इस बदलाव के बीच राज्य के कई हिस्सों में तापमान में गिरावट आई है और भीषण लू से राहत मिली है। रविवार की सुबह 8:30 बजे से बीते 24 घंटों के दौरान राज्य के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश देखने को मिली। इस दौरान फलोदी में 31 मिलीमीटर वर्षा हुई जबकि बीकानेर में 11 और श्रीगंगानगर में 4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
Image credit: Rajasthan Tourism Department
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