भारत में इस वर्ष गर्मी सारे रिकॉर्ड तोड़ सकती है। इसकी आशंका मौसम वैज्ञानिकों द्वारा पहले से ही जताई जा चुकी है। देश के अधिकांश इलाकों में पहले से इस अनुमान की बानगी लोगों को देखने को मिल चुकी। इस बीच आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मौसम को प्रभावित कर सकता है।
यह सिस्टम इस समय उत्तर और पूर्वी राजस्थान तथा इससे सटे भागों पर बना हुआ है। इसके चलते राजस्थान के मध्य भागों से लेकर पूर्वी जिलों तक धूल भरी आँधी चलने और बादलों की गर्जना होने की संभावना है। इन भागों में एक-दो स्थानों पर बूँदाबाँदी भी देखने को मिल सकती है। आज शाम के बाद कल सुबह के समय भी ऐसी ही मौसमी हलचल संभावित है। जोधपुर, जैसलमर, अलवर, जयपुर, सीकर, नागौर, झुंझुनू, चुरू और दौसा मुख्य रूप से प्रभावित होने वाले जिलें हैं।
फिलहाल राजस्थान में बीते कई दिनों से मौसम शुष्क और गर्म बना हुआ है। इसके चलते राज्य के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 35 डिग्री से भी ऊपर है जो सामान्य से अधिक है। चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के चलते राजस्थान के कई इलाकों में आज शाम को तूफानी हवाएँ धूल उड़ाती हुई चलेंगी आँधी के समय दृश्यता भी प्रभावित हो सकती है। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार राजस्थान के पश्चिमी इलाके रेतीले हैं जिससे यहाँ से शुष्क मौसम में तेज़ हवाओं के साथ रेत भी बड़े पैमाने पर उड़ती है जिसे आम बोलचाल में धूलभरी आँधी कहा जाता है।
प्री-मॉनसून सीजन में आमतौर पर तापमान ऊपर रहने और अचानक आर्द्रता का स्तर किसी क्षेत्र विशेष में बढ़ने से क्युमुलोनिंबस बादल विकसित हो जाते हैं। ऐसे बादलों की ऊंचाई काफी अधिक होती है जो तूफानी हवाएँ, मेघगर्जना और बारिश जैसे मौसमी हलचल देते हैं। ऐसी मौसमी गतिविधियां सामान्य जन-जीवन को व्यापक रूप में प्रभावित करती हैं।
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