उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में मॉनसून के आगमन के बाद से उत्तराखंड में कई जगहों पर भारी बारिश देखने को मिली है। जबकि जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में सामान्य वर्षा हो रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई है। नैनीताल में 135 मिमी और पंतनगर में 121 मिमी की मूसलाधार वर्षा हुई है जिससे सामान्य जन जीवन प्रभावित हुआ है।
बीते दिनों की बारिश के चलते उत्तरखंड में बड़े पैमाने पर भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। पर्यटकों को राज्य के कई इलाकों, विशेष रूप से अल्मोड़ा, मुक्तेश्वर और नैनीताल जैसे स्थानों की यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
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इस समय जम्मू कश्मीर के पास एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसके अलावा पंजाब से बंगाल की खड़ी तक एक ट्रफ भी है। इन मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा की गतिविधियां बनी रहेंगी। उत्तराखंड में बीते दिनों के मुक़ाबले शनिवार यानि 8 जुलाई को बारिश में कमी आएगी लेकिन कुछ स्थानों पर वर्षा की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार जल्द ही उत्तर भारत में जम्मू कश्मीर के पास एक नया पश्चिमी विक्षोभ पहुँच सकता है। इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा जिसके चलते उत्तराखंड फिर से भारी बारिश की चपेट में आ सकता है।
उत्तराखंड में 9 से 11 जुलाई के बीच मूसलधार वर्षा की संभावना दिखाई दे रही है। देहरादून, पंतनगर, अल्मोड़ा, नैनीताल, रुद्रपुर, रामनगर और पिथौरागढ़ जैसे दक्षिणी जिलों में बारिश की तीव्रता अधिक होगी। इस दौरान हिमाचल प्रदेश के दक्षिणी जिलों में भी बारिश में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
Image credit: DailyMail
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