उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों में पिछले कई दिनों से बादलों की गरज के साथ व्यापक तौर पर बारिश दर्ज की गयी। वास्तव में, पंजाब के कई जिलों में सौ मिलीमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज की जा चुकी है। हालांकि, पिछले दिन बारिश की तीव्रता में कमी आई, लेकिन पंजाब और हरियाणा के कई जिलों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई, जबकि कुछ जगहों पर भारी बारिश की स्थिति रही।
मंगलवार को सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान करनाल में 55.8 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके बाद पटियाला में 49.4 मिमी, बठिंडा में 45 मिमी, कुरुक्षेत्र में 38 मिमी, सिरसा में 32.4 मिमी, अंबाला में 26.9 मिमी, जबकि चंडीगढ़ में 15.8 मिमी बारिश दर्ज की गई।
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स्काईमेट वेदर के अनुसार, पंजाब और उससे सटे पाकिस्तान के इलाकों में चक्रवाती हवाएं कमजोर पड़ गयी हैं। इसलिए, पंजाब, हरियाणा, उत्तर राजस्थान, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश जैसे उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों में बारिश की तीव्रता अब कम हो जाएगी। हालांकि, कुछ जगहों पर बादलों की गरज के साथ छिटपुट बारिश अगले 24 घंटे तक जारी रहेगी।
उसके बाद पंजाब और हरियाणा में बारिश की तीव्रता कम हो जाएगी। इसके बाद मौसम पहले की तरह शुष्क और गर्म रुख अख्तियार कर सकता है। हालांकि बीच- बीच में बारिश की संभावना को नकारा नहीं जा सकता। मानसूनी बारिश कमजोर पड़ने के साथ, दोनों राज्यों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कमी आने की उम्मीद है।
Image credit: Indian Express
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