मानसून 2022 के दौरान बिहार और झारखंड में बारिश की कमी रही। सितंबर के दूसरे पखवाड़े में बारिश की गतिविधियां तेज हो गईं, लेकिन ये बारिश बारिश की कमी को पूरा करने में नाकाम रही।
अब स्थिति बदलने वाली है। बिहार और झारखंड सहित पूर्वी भारत में जल्द ही बारिश की गतिविधियां फिर से शुरू होने की उम्मीद है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वोत्तर और इससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना है। यह एक कम दबाव का क्षेत्र बनाएगा जो उत्तर-पश्चिम दिशा में ओडिशा और झारखंड की ओर बढ़ेगा।
2 अक्टूबर से बिहार और पूर्वी झारखंड के पूर्वी हिस्सों में बारिश की गतिविधियां शुरू हो जाएंगी और 3 अक्टूबर तक पूरे बिहार और झारखंड में बारिश की गतिविधियां शुरू हो जाएंगी।
अक्टूबर 9 0r 10 तक दोनों राज्यों में कुछ भारी बारिश के साथ छिटपुट हल्की से मध्यम बारिश संभव है। यह दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के बाद से बिहार और झारखंड में सबसे लंबी बारिश हो सकती है।
हालांकि बारिश का पुनरुद्धार बहुत देर से हुआ है और फसलों को नुकसान पहले ही हो चुका है। यह आगामी बारिश निश्चित रूप से किसानों की भावना को बढ़ावा देगी क्योंकि आगामी रबी फसलों के लिए पर्याप्त नमी होगी।
मानसून के पहले तीन महीनों के दौरान बिहार और झारखंड में सूखे जैसे हालात थे। सितंबर के उत्तरार्ध में बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर बने लगातार दो निम्न दबाव वाले क्षेत्रों ने बिहार और झारखंड सहित पूर्वी भारत में अच्छी बारिश दी है।