बारिश के लिहाज से अगस्त का महीना राजस्थान के लिए अभी तक शुष्क रहा था, लेकिन आखिरकार इस रेगिस्तानी राज्य पर मानसून मेहरबान हुआ और राज्य में पिछले रोज अच्छी बारिश हुयी। वास्तव में, बारिश की ये बौछारें तीव्र भी थीं और इनका दायरा भी व्यापक था।
जुलाई महीने के आखिर में और अगस्त में अब तक, राज्य में मौसम शुष्क रहा था। लंबे अंतराल के बाद होने वाली ये बारिश, कई दिनों से सूखे की मार झेल रहे राज्य के लिए किसी वरदान से कम नहीं थी।
बुधवार को सुबह 08:30 बजे से पिछले 24 घंटों के दौरान अलवर में 61 मिमी बारिश दर्ज की गयी, जबकि एरिनपुरा में 50 मिमी, सवाई माधोपुर में 27 मिमी, फलोदी में 22 मिमी, कोटा में 10 मिमी, चित्तौड़गढ़ में 10 मिमी, जैसलमेर में 4 मिमी जबकि बाड़मेर में 0.8 मिमी वर्षा रिकॉर्ड हुयी। सीकर और गुलाबी नगरी जयपुर में भी मामूली बारिश दर्ज हुयी।
मध्य प्रदेश के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण ही इस रेगिस्तानी राज्य में अलग-अलग जगहों पर बारिश दर्ज की गई। स्काईमेट वेदर के अनुसार, कम दबाव का क्षेत्र अभी भी मध्य प्रदेश के ऊपर बना हुआ है। इसके अलावा, मानसून की अक्षीय रेखा उत्तर-पश्चिम राजस्थान से होकर गुज़र रही है, वहीं दक्षिण पूर्व राजस्थान में एक चक्रवात परिसंचरण बना हुआ है।
इन सभी मौसम प्रणालियों के चलते, आज भी पश्चिमी राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में बिखरी हुयी बारिश जारी रहेगी। वैसे देखा जाये तो पश्चिमी राजस्थान के शहरों जैसे बाड़मेर, जोधपुर और जैसलमेर में आमतौर पर ज्यादा बारिश नहीं होती है।
हालांकि अगले 24 घंटों के दौरान, राज्य में मानसूनी बारिश में कमी आने की संभावना है, लेकिन पूर्वी और दक्षिण पूर्वी इलाकों में अलग-अलग जगहों पर कहीं मध्यम तो कहीं भारी बारिश जारी रहेगी।
Image credit: The Hindu
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