उत्तर प्रदेश में गोरखपुर सहित कुछ स्थानों पर अगले 2 दिनों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। हालांकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने के आसार हैं। मॉनसून की अक्षीय रेखा अभी भी हिमालय के तराई क्षेत्रों में बनी हुई है। हालांकि यह अब कमजोर हो गई है जिसके चलते उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों सहित अधिकांश हिस्सों में बारिश कम हो गई है।
बीते दिनों की भारी बारिश और नदियों में उफान के चलते बाढ़ जैसे हालात का सामना कर रहे उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में अब राहत की संभावना है। बीते एक सप्ताह से मॉनसून की अक्षीय रेखा हिमालय के तराई क्षेत्रों में बनी हुई थी और सक्रिय थी जिसके चलते महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया सहित आसपास के हिस्सों में कई गाँव बाढ़ की चपेट में आ गए थे। नेपाल में हुई भारी बारिश से भी राज्य प्रभावित हुआ है।
अब मॉनसून की अक्षीय रेखा कमजोर हो रही है जिसके चलते कई इलाकों में बारिश घट गई है। पिछले 24 घंटों के दौरान गोरखपुर में बारिश 16 मिलीमीटर और बहराइच में 6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। राज्य के शेष हिस्सों में विशेष बारिश नहीं हुई। स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में अगले 24 घंटों के दौरान हल्की वर्षा हो सकती है। जबकि मध्य और पश्चिमी भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहेगा।
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वाराणसी और इलाहाबाद सहित राज्य के पूर्वी हिस्सों में 17 अगस्त को फिर से बारिश बढ़ सकती है। मौसमी परिदृश्य के वर्तमान आंकलन के अनुसार राज्य के लगभग सभी भागों में 18 और 19 अगस्त को मॉनसून की अक्षीय रेखा और कमजोर हो जाएगी जिससे आर्द्र हवाओं का प्रवाह बाधित होगा और मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहेगा।
Image credit: Hindustan Times
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