जैसा की स्काईमेट वेदर ने भविष्यवाणी की थी, उसी के मुताबिक पिछले 24 घंटों में हिमालयी क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश हुई, विशेष रूप से हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में। हालांकि जम्मू-कश्मीर में हल्की से सामान्य बारिश हुई।
ये बारिश खास तौर से दो मुख्य मौसम प्रणालियों के कारण हुई, पहला जम्मू-कश्मीर पर लगातार पश्चिमी विछोभ बना हुआ है और दूसरा कारण, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की तलहटी के करीब आगे बढ़ रही मानसून की अक्षीय रेखा है।
अब, पश्चिमी विछोभ धीरे-धीरे पूर्वी दिशा की तरफ आगे बढ़ जाएगा, इसलिए अब हमे उम्मीद है की पहाड़ियों पर बारिश के सिलसिले में कमी आएगी। इसके बावजूद, अलग-अलग जगहों पर हल्की बारिश, अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगी। साथ ही, उस दौरान कहीं-कहीं भारी बारिश भी देखने को मिल सकती है।
जो लोग माता वैष्णो देवी के दर्शन की योजना बना रहे हैं, उन्हें बारिश के कारण कुछ असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के इलाकों में भी इस दौरान भूस्खलन और मिट्टी के टीले गिरने का खतरा बना हुआ है। इसलिए, सप्ताहांत के दौरान इन इलाकों में मौजूद पर्यटक स्थलों का दौरा करना खतरनाक हो सकता है। हालांकि बारिश बहुत ज्यादा तो नहीं होगी, लेकिन फिर भी इन जगहों की यात्रा करते समय थोड़ी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।